केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाली अप्रत्याशित यात्रियों की संख्या को देखते हुए मंदिर के वीआईपी द्वार पर लाइन लगानी बंद कर दी गई है. मंदिर में विभिन्न स्थानों पर बैरीकेडिंग लगाई गई है, ताकि यात्री दर्शन में कोई अव्यवस्था न हो. प्रशासन ने वीआईपी दर्शनार्थियों को भी सामान्य यात्रियों की लाइन से ही मंदिर में प्रवेश कराने का फैसला लिया है.
कोरोना काल के बाद केदारनाथ धाम की यात्रा पर इस बार बड़ी संख्या में तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं. 6 दिनों में 114814 यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन कर लिए हैं. मंदिर से हेलीपैड तक लगी लाइन को देखते हुए जिला प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई फैसले लिए हैं.
एक ओर मंदिर में यात्री सुरक्षा के लिए आईटीबीपी तैनात है, वहीं अब वीआईपी दर्शन नहीं करने दिए जा रहे हैं. हेलीकॉप्टर से आने वाले सभी यात्रियों को सामान्य यात्रियों की लाइन से ही मंदिर के अंदर प्रवेश कराया जा रहा है, ताकि सुबह से लाइन में खड़े हुए यात्रियों को परेशानी न हो.
दर्शन के लिए लाइन में खड़े हर यात्री को दर्शन कराए जा रहे हैं, चाहे इसके लिए शाम तक का समय क्यों न लगे. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि केदारनाथ यात्रा में पहले दो दिनों में यात्रियों की भीड़ को काबू करना कठिन हुआ किंतु अब पूरी यात्रा नियंत्रित कर दी गई है.
केदारनाथ धाम में मंदिर के अंदर तेजी से दर्शन कराए जा रहे हैं. एक मिनट में 30 यात्रियों को दर्शन कराए जा रहे हैं, ताकि समय पर सभी यात्री दर्शन कर सके. इसके लिए लाइन में आईटीबीपी, पुलिस, पीआरडी, सेक्टर मजिस्ट्रेट और स्वास्थ्य कर्मी यात्रियों की मदद कर रहे हैं.
जिलाधिकारी ने बताया कि जिन यात्रियों ने दर्शन किए है वह दोबारा लाइन में न लगे, इसके लिए उनके हाथ में बैंड या कोई निशान लगाएंगे ताकि दूसरे दिन दर्शन करने वाले यात्री आराम से दर्शन कर सके. अनावश्यक अव्यवस्थाओं को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. केदारनाथ में सभी जरूरी व्यवस्थाएं निरंतर बढ़ाई जा रही हैं.