उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले शनिवार (18 दिसम्बर) इनकम टैक्स में समाजवादी पार्टी के नेताओं के घर पर छापेमारी से सियासी तापमान बढ़ गया है. इस छापेमारी को लेकर सपा सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर दबाव डालने का आरोप लगा रही है.
शनिवार सुबह उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के 3 बड़े नेताओं के ठिकानों पर एक साथ इनकम टैक्स की छापेमारी हुई.
मऊ में सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय, लखनऊ में जैनेंद्र यादव और मैनपुरी में मनोज यादव के घर छापे की कार्रवाई चल रही है. ये तीनों ही नेता सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी हैं. ये पार्टी के फाइनेंसर माने जाते हैं.
जैनेंद्र यादव अखिलेश के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके ओएसडी भी रह चुके हैं. चुनाव के पूर्व हुई इस छापेमारी को सियासी एंगल से भी देखा जा रहा है। बता दें कि इनकम टैक्स विभाग ने लखनऊ में छापा अंबेडकर पार्क के पास स्थित जैनेंद्र यादव के आवास पर पड़ा है.
वहीं मऊ में सपा नेता राजीव राय के घर छापेमारी की गई। छापेमारी की सूचना पर दर्जनों कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया। बावल बढ़ने की आशंका के चलते भारी पुलिस फोर्स मौके पर बुलाया गया है। बता दें कि मनोज यादव आरसीएल ग्रुप के मालिक है.
उनके घर के बाहर तड़के 12 गाड़ियों के काफिले के साथ आयकर विभाग की टीम पहुंची. घर को चारों तरफ से घेर लिया गया। 2 घंटे से लगातार अधिकारी पूछताछ में जुटे हुए हैं.