अक्टूबर और नवंबर में बिहार हुए विधानसभा चुनावों से कई छोटी-छोटी राजनीतिक पार्टियों ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा था. हालांकि वे इस ज्यादा सफल तो नहीं हुए लेकिन उन्होंने कई बड़ी पार्टियों को नुकसान भी पहुंचाया.
अब बिहार की तर्ज पर यूपी में भी विधानसभा चुनाव को लेकर छोटे राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. भाजपा, कांग्रेस, सपा और बसपा के अलावा एक अलग मोर्चा बन रहा है, जिसमें कई बड़े नेता शामिल हैं.
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जब से उत्तर प्रदेश की सियासत में एंट्री हुई है तभी से शिवपाल यादव समेत कई अन्य दल विधानसभा चुनाव में एक साथ आने के लिए उतावले दिख रहे हैं.
राजभर के मुताबिक शिवपाल यादव भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल हो सकते हैं. राजभर ने कहा कि आम आदमी पार्टी को मोर्चा में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया है, उन्होंने कहा कि आप नेता राज्यसभा सांसद संजय सिंह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से प्रस्ताव पर बातचीत करेंगे. बता दें कि संजय सिंह पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हैं. वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कई फैसलों का खुलकर विरोध भी कर चुके हैं.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार