अमेरिकी मैगजीन टाइम ने साल 2021 में दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला को जगह दी है.
टाइम की ये लिस्ट 6 श्रेणियों में विभाजित की गई है इनमें पायनियर, आर्टिस्ट, लीडर, आइकॉन, टाइटन और इन्नोवेटर को शामिल किया है. हर श्रेणी में दुनियाभर से लोगों को शामिल किया गया है.
टाइम मैगजीन की इस लिस्ट को दुनियाभर में काफी भरोसेमंद माना जाता है. इस लिस्ट में हर एंट्री एडिटर्स द्वारा बेहद रिसर्च के बाद ली जाती है. बुधवार को जारी हुई टाइम की 100 प्रभावशाली हस्तियों की सूची में तालिबान का सहसंस्थापक अब्दुल गनी बरादर भी शामिल है. इसके अलावा सूची में जो बाइडन, कमला हैरिस, शी जिनपिंग और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी नाम है.
अमेरिकी मैगजीन टाइम ने साल 2021 में दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला को जगह दी है. टाइम की ये लिस्ट 6 श्रेणियों में विभाजित की गई है इनमें पायनियर, आर्टिस्ट, लीडर, आइकॉन, टाइटन और इन्नोवेटर को शामिल किया है. हर श्रेणी में दुनियाभर से लोगों को शामिल किया गया है.
टाइम मैगजीन की इस लिस्ट को दुनियाभर में काफी भरोसेमंद माना जाता है. इस लिस्ट में हर एंट्री एडिटर्स द्वारा बेहद रिसर्च के बाद ली जाती है. बुधवार को जारी हुई टाइम की 100 प्रभावशाली हस्तियों की सूची में तालिबान का सहसंस्थापक अब्दुल गनी बरादर भी शामिल है. इसके अलावा सूची में जो बाइडन, कमला हैरिस, शी जिनपिंग और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी नाम है.
बीते साल भी टाइम ने दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जगह दी थी. बीते साल इस लिस्ट में शामिल भारतीय लोगों में बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना , गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, एचआईवी पर रिसर्च करने वाले रविंदर गुप्ता और शाहीन बाग धरने में शामिल बिल्किस का भी नाम शामिल था.
बीते साल भी पीएम मोदी का नाम था लिस्ट में शामिल
बीते साल भी टाइम ने दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जगह दी थी. बीते साल इस लिस्ट में शामिल भारतीय लोगों में बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना , गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, एचआईवी पर रिसर्च करने वाले रविंदर गुप्ता और शाहीन बाग धरने में शामिल बिल्किस का भी नाम शामिल था.