कई दिनों से कांग्रेस और विपक्षी सांसद पीएम मोदी से लोकसभा में बोलने की मांग कर रहे थे. बुधवार को प्रधानमंत्री ने उनको निराश नहीं किया और तमाम बिंदुओं पर विपक्ष को जवाब देते हुए अपनी बात रखी.
पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई का जिक्र किया. उन्होंने डॉक्टर्स, नर्स, सफाईकर्मी और सभी हेल्थवर्कर्स को ‘भगवान का रूप’ बताया. इसके साथ ही उन्होंने कृषि कानून और किसान आंदोलन का भी जिक्र किया.
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत’ और ‘लोकल फॉर वोकल’ देश के बढ़ते की कदम पर सराहना की. पीएम ने कहा कि कोरोना संकट काल में देश ने अपना रास्ता चुना और आज हम दुनिया के सामने मजबूती से खड़े हैं. उन्होंने कहा कि देश का सामर्थ्य बढ़ाने में सभी का सामूहिक योगदान है.
जब सभी देशवासियों का पसीना लगता है, तभी देश आगे बढ़ता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लिए पब्लिक सेक्टर जरूरी है तो प्राइवेट सेक्टर का योगदान भी जरूरी है.पीएम मोदी ने लोकसभा में भी आंदोलनजीवी शब्द का इस्तेमाल किया, उन्होंने कहा कि आंदोलन का नया तरीका है.
आंदोलनकारी ऐसे तरीके नहीं अपनाते हैं, आंदोलनजीवी ही ऐसे तरीके अपनाते हैं. उनका कहना होता है कि ऐसा होगा तो ऐसा हो जाएगा, जो हुआ नहीं उसका डर फैलाया जा रहा है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार