पीएम मोदी आए दिन कुछ नया ‘कमाल’ दिखाते रहते हैं. मोदी के इस नए रूप को देखकर राजनीति के अलावा सोशल मीडिया पर भी ‘चर्चाओं का बाजार गर्म हो जाता है’. अभी दो दिन पहले रविवार को पीएम मोदी दिल्ली स्थित रकाबगंज गुरुद्वारा में अचानक पहुंच कर लोगों को ‘चौंका’ दिया था.
मोदी के दौरे को लेकर भी सोशल मीडिया पर हजारों यूजर प्रतिक्रियाएं देने में लगे हुए हैं. उसके बाद मंगलवार को पीएम ने एक बार फिर से देशवासियों को ‘आश्चर्यचकित’ कर दिया. बात को आगे बढ़ाएं उससे पहले आपको उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ लिए चलते हैं. ये शहर देश-विदेश में मुस्लिम विश्वविद्यालय की वजह से जाना जाता है.
आपको बता देंं कि इन दिनों अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) 100वां स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मना रहा है. इसी सिलसिले में पीएम ने आज एएमयू के शताब्दी वर्ष समारोह को राजधानी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया. ‘इस कार्यक्रम को पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संबोधित करने वाले थे लेकिन बाद में राष्ट्रपति का कार्यक्रम बदलकर पीएम मोदी ने संबोधित करने का फैसला कियाा’.
इसकी जानकारी देशवासियों और सोशल मीडिया पर हुई तो प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया. इससे पहले किसी ने सोचा भी नहीं था कि पीएम मोदी की अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में ‘पाठशाला लगेगी’, क्योंकि इस विश्वविद्यालय को 56 वर्ष बाद किसी पीएम ने संबोधित किया है. इससे पहले दिवंगत लाल बहादुर शास्त्री ने पीएम रहते हुए इस विश्वविद्यालय को संबोधित किया था.
आज इस मौके पर पीएम मोदी ने पूरे देश को कई बड़े संदेश दिए. उन्होंने कहा कि देश के विकास में एएमयू का अहम योगदान है, सभी मतभेदों से पहले देश होना चाहिए. ‘बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का सरकारों से हमेशा से ही 36 का आंकड़ा माना जाता है, खासकर भाजपा सरकार और इस विश्वविद्यालय के संबंध कभी अच्छे नहीं रहे’.
लेकिन आज ‘पीएम ने एएमयू की विचारधारा में कुछ मरहम लगाने का काम किया है’. अब देखना होगा पीएम के संबोधन के बाद इस विश्वविद्यालय का भाजपा के प्रति क्या रवैया रहता है ?
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार