आठ माह पहले जेपी नड्डा को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर उनका गृह राज्य हिमाचल प्रदेश झूम उठा था, यह पहला मौका था जब हिमाचल का कोई भाजपा का नेता इस शीर्ष पद पर पहुंचा हो.
‘हिमाचल को नड्डा के अपने होने का बहुत गर्व था’. यहां के स्थानीय लोगों के साथ भाजपा के छोटे-बड़े सभी कार्यकर्ता अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से बड़ी-बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे थे.
‘यही नहीं हिमाचल के भाजपाइयों को भी यह गुमान था कि हमारी बात सीधे दिल्ली पार्टी आलाकमान में सुनी जाएगी’.
‘कई दिनों से हिमाचल के भाजपा नेता पार्टी की नई राष्ट्रीय कार्यसमिति की घोषणा को लेकर टकटकी लगाए हुए थे’.
शनिवार को जेपी नड्डा ने नई टीम यानी ‘भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति और पदाधिकारियों में नेताओं के नामों का एलान किया तो हिमाचल प्रदेश भौंचक्का रह गया’.
नड्डा के गृह राज्य से भाजपाइयों को उम्मीदें थी कि हमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह देंगे, ‘लेकिन नड्डा को अपने ही गृह राज्य में नई टीम के लिए कोई काबिल नेता दिखाई नहीं दिया’.
दूसरी ओर नड्डा ने अपनी टीम में लगभग सभी राज्यों से नेताओं को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति में स्थान दिया है.
‘जगत प्रकाश नड्डा ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों में हिमाचल के किसी नेता को लेने के बजाय बाहरी राज्यों को ही तरजीह दी है’.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने शनिवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की जारी की गई सूची इस प्रकार है, 12 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, 8 राष्ट्रीय महासचिव, एक राष्ट्रीय संगठन मंत्री, तीन राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव, 13 राष्ट्रीय सचिव, 23 राष्ट्रीय प्रवक्ता, एक कोषाध्यक्ष, एक संयुक्त कोषाध्यक्ष, एक केंद्रीय कार्यालय सचिव, एक राष्ट्रीय आईटी प्रभारी और भाजपा के मोर्चों के अध्यक्ष बनाए गए हैं.
इन सभी में से हिमाचल प्रदेश के किसी नेेता को शामिल नहींं किया है.
भाजपा के वरिष्ठ और संघ के करीबी ओम माथुर, राम माधव को भी नड्डा ने कर दिया दरकिनार
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी नई टीम में पार्टी के वरिष्ठ नेता ओम माथुर का नाम भी गायब कर दिया. ओम माथुर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह और संघ का करीबी माना जाता है.
यहां हम आपको बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने राजस्थान कोटे से ओम माथुर को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था. इसके बाद माथुर को पार्टी की कई महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई.
इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महासचिवों के रूप में राम माधव, पी मुरलीधर राव, अनिल जैन, सरोज पांडेय उमा भारती, प्रभात झा, विनय सहस्त्रबुद्धे, श्याम जाजू, अविनाश राय खन्ना जैसे नामों को भी नई टीम में जगह नहीं दी.
बता दें कि माधव की गिनती प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के करीबियों और बीजेपी के ताकतवर नेताओं में होती रही है.
राम माधव के नड्डा की टीम में शामिल न किए जाने पर सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने जमकर कमेंट किए, किसी ने माधव के पर कतर जाने के कयास लगाए तो किसी ने उनके प्रमोशन के सियासी गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम मोदी अपने मंत्रिमंडल में जल्द विस्तार करना चाहते हैं.
ऐसे में संभव है कि माधव को मोदी कैबिनेट में जगह दे सकते हैं.
भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उत्तर प्रदेश का रहा जलवा
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय टीम में एक बार फिर उत्तर प्रदेश का जलवा दिखाई दिया.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तर प्रदेश के नेताओं पर सबसे ज्यादा अपना भरोसा जताया. कई नए चेहरों को राष्ट्रीय टीम में पहली बार मौका मिला है.
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
प्रदेेश के धौरहरा से सांसद रेखा वर्मा को उपाध्यक्ष बनाया गया है, जबकि फतेहपुर सीकरी से सांसद राजकुमार चाहर किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं.
बस्ती से सांसद हरीश द्विवेदी को राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया है. यूपी से सबसे ज्यादा पदाधिकारी बनाए गए हैं, इनमें जातीय समीकरण का खयाल रखा गया है.
सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम पूर्व मंत्री राजेश अग्रवाल का है. कभी यूपी बीजेपी के कोषाध्यक्ष रहे राजेश अग्रवाल अब राष्ट्रीय टीम में इसी पद पर आ गए हैं.
पहली बार यूपी से राज्यसभा सांसद बने सैयद जफर इस्लाम को यहां के कोटे से राष्ट्रीय टीम में प्रवक्ता बनाया गया है.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश से विनोद सोनकर, गौरव भाटिया, शिव प्रकाश, सुधांशु द्विवेदी भी भाजपा की टीम में शामिल किए गए हैं.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार