राजधानी दिल्ली को हमलों से दहलाने की आतंकियों की एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है. दिल्ली पुलिस और खुफिया ब्यूरो के एक संयुक्त अभियान में कारगिल से चार युवकों को गिरफ्तार किया गया है. इन युवकों पर दिल्ली में आतंकी हमले को अंजाम देने की कोशिश एवं साजिश रचने का आरोप है. ये चारों संदिग्ध गत जनवरी में इजरायल दूतावास के पास हुए बम विस्फोट मामले में भी मुख्य संदिग्ध हैं.
कारगिल से इन छात्रों की गिरफ्तारी काफी अहम मानी जा रही है. एयाज हुसैन (28), नाजिर हुसैन (26), जुल्फिकार अली वजीर (25) और मुजम्मिल हुसैन (25) को कारगिल के ठांग गांव से गिरफ्तार किया गया. एयाज का दावा है कि वह रामजस कॉलेज का छात्र रह चुका है जबकि अन्य आरोपी आईएएस की तैयारी करने वाले बताए गए हैं.
इजरायल दूतावास के पास हुए कम तीव्रता वाले विस्फोट मामले में इनकी भूमिका संदिग्ध है. रिपोर्टों के मुताबिक पुलिस का कहना है कि इनमें से दो संदिग्धों के मोबाइल घटना के समय बंद थे. समझा जाता है कि ये गत नवंबर में दिल्ली आए थे और फिर मार्च में वापस चले गए.
चारों लड़कों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा, ‘इस मामले का ब्योरा बाद में साझा किया जाएगा.’ इन चारों युवकों को गुरुवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. स्पेशल सेल के प्रभारी नीरज ठाकुर ने इन आरोपियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया. आगे जांच के लिए इन आरोपियों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपा जाएगा.
एनआईए ने एक सप्ताह पहले इजरायल दूतावास के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद संदिग्धों की पहचान के लिए 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. इजरायल दूतावास के पास गत 29 जनवरी को कम तीव्रता का विस्फोट हुआ था. इस हमले में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. इस दिन भारत और इजरायल के बीच औपचारिक राजनयिक संबंधों के 29 साल पूरे हुए थे.