दुनिया को पता है कि कश्मीर के एक हिस्से परc का कब्जा है जिसे पाक अधिकृत कश्मीर कहा जाता है. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने एक बार फिर कश्मीर पर राग अलापा. वो भारत से रिश्ते सुधारने की बात करते हैं लेकिन बातचीत का लहजा कुछ और ही रहता है.
इमरान खान ने पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब कश्मीर आजाद हो जाएगा तो वो जनमत संग्रह कराएंगे, कश्मीरी लोगों की राय लेंगे कि क्या वो पाकिस्तान में रहना चाहते हैं या स्वतंत्र मुल्क बनना चाहते हैं.
कश्मीरियों का कोई भी फैसला उन्हें स्वीकार होगा. वो बताना चाहते हैं कि कश्मीरी लोगों ने उस दमनकारी डोगरा राज के खिलाफ लड़ाई लड़े थे और आप लोगों का समृद्ध इतिहास रहा है
तरार खल में एजेके चुनाव 2021 की रैली के दौरान बोलते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि 1948 में संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों ने कश्मीरियों को अपने भाग्य का फैसला करने का अधिकार दिया.उन्होंने कहा, “कश्मीरियों को जनमत संग्रह के माध्यम से तय करना था कि उन्हें भारत या पाकिस्तान में शामिल होना है,” उन्होंने कहा कि एक दिन आएगा जब कश्मीरियों का बलिदान फलदायी साबित होगा और वे भारत के बजाय पाकिस्तान के साथ जाने का फैसला करेंगे.
प्रधान मंत्री ने एजेके चुनाव अभियान के दौरान पीएमएल-एन नेताओं द्वारा दी गई धारणा को खारिज कर दिया कि उनकी सरकार आजाद जम्मू कश्मीर को एक प्रांत घोषित करने की योजना बना रही है.एजेके चुनाव 2021 के दौरान एक प्रचार रैली में उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह कहां से आया है.इमरान खान ने कहा कि उन्होंने वैश्विक मंचों पर कश्मीर का मुद्दा उठाया है और आगे भी रखेंगे.
उन्होंने सैयद अली गिलानी और यासीन मलिक को कब्जे वाले क्षेत्र में किए गए अत्याचारों के खिलाफ उनके संघर्ष के लिए श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “मैं दुनिया को बताऊंगा कि पाकिस्तान अपने कश्मीरी भाइयों के साथ आजादी के संघर्ष में खड़ा है. उन्होंने कहा, ‘मैं यासीन मलिक को संदेश दे रहा हूं कि जैसे-जैसे जीत नजदीक है, धैर्य और दृढ़ बने रहें.
साभार-टाइम्स नाउ