देश के कई राज्यों में गर्मी से हाहाकार मचा हुआ है. इस बीच बुधवार को मौसम विभाग ने बताया कि 15 जून से मध्य और उत्तर भारत में मॉनसून आने के आसार हैं.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बुधवार को बताया कि हमारे पूर्वानुमान के अनुसार 15 जून तक बारिश की गतिविधि बढ़ने की संभावना है. बारिश होने से चावल, मक्का, कपास, सोयाबीन, गन्ना और मूंगफली जैसी महत्वपूर्ण फसलों की बुवाई में मदद मिलेगी.
इस साल मानसून अपने सामान्य समय से दो दिन पहले 29 मई को केरल पहुंचा था. हालांकि एक जून से बारिश औसत से 42 फीसदी कम रही है. देश में करीब 70 फीसदी बारिश मॉनसून में होती है और इसे खेती के लिए काफी अहम माना जाता है. आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, असम, दक्षिणी पश्चिम बंगाल, मेघालय, सिक्किम और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में अधिक बारिश हुई है.
मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अरब सागर से आने वाली पछुआ हवाओं के कारण अगले पांच दिनों में कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में गरज-चमक के साथ व्यापक वर्षा होने की संभावना है.
वहीं मौसम विभाग के अनुसार मुंबई में मॉनसून की शुरुआत 11 जून तक होने की संभावना है. साथ ही कहा कि मुंबई में मॉनसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो गई हैं.
हालांकि मॉनसून की शुरुआत मुंबई से पहले कोंकण और गोवा क्षेत्र में होगी. उधर दिल्ली के लोगों को 15 जून तक चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है.