सात दिन पहले उत्तराखंड सरकार ने बड़े पैमाने पर आईएएस अफसरों के तबादले किए थे. शासनादेश जारी होने के बाद सभी ट्रांसफर किए गए अफसरों ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया था . लेकिन एक आईएएस और हरिद्वार में कुंभ मेला अधिकारी रहे दीपक रावत छह दिनों बाद भी एमडी के पर पदभार ग्रहण नहीं कर रहे थे.
इसके पीछे यह भी चर्चा थी कि वे अपनी नई पोस्टिंग से संतुष्ट नहीं थे और डीएम बनना चाहते हैं ? बीच में यह भी अटकलें थी कि उनकी तैनाती बदली जा सकती है. दीपक रावत के ट्रांसफर को लेकर एक कैबिनेट मंत्री भी उनको मनचाही पोस्टिंग देने के पक्ष में थे.
आखिरकार सोमवार को दीपक रावत ने 7 दिन बाद ऊर्जा निगम और उत्तराखंड विद्युत पारेषण निगम के प्रबंध निदेशक का पदभार नहीं संभाल लिया है. जिसके बाद अब चर्चाओं पर विराम लग गया है.
यहां आपको बता दें कि हरिद्वार कुंभ मेला अधिकारी बनाए गए दीपक रावत उत्तराखंड प्रशासनिक लॉबी में चर्चित अफसर रहे हैं.