पंजाब का मुख्यमंत्री न बनाए जाने का नवजोत सिंह सिद्धू का दर्द एक बार फिर छलक उठा है. सीएम न बनाए जाने पर उनके मन में एक टीस है जो बार-बार सामने आती है. गुरुवार को लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होने से पहले उनका यह दर्द फिर उभरा.
वह समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान वहां पहुंची भीड़ को देखकर सिद्धू काफी खुश हुए और कहा कि उन्हें अगर राज्य का सीएम बनाया गया होता तो वह ‘सक्सेस’ दिखाते. सिद्धू के सीएम बनने की इच्छा समय-समय पर प्रकट होती आई है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद सिद्धू को उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें सीएम पद की जिम्मेदारी सौंपेगी लेकिन सीएम बनने की रेस में चन्नी बाजी मार ले गए. यही नहीं, राज्य में हुई नियुक्तियों में अपनी नहीं चलने पर सिद्धू ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.
इस्तीफे के बाद कई दिनों तक चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद सिद्धू एक बार फिर सक्रिय हुए हैं. लखीमपुर खीरी हिंसा के खिलाफ वह भाजपा के खिलाफ मुखर हैं.
गुरुवार को वह अपने काफिले के साथ लखीमपुर के लिए रवाना हुए लेकिन उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के एक पुलिस स्टेशन में उन्हें हिरासत में ले लिया गया.