दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल को हाल ही में पद से हटा दिया गया, जिसके बाद उन्होंने देशवासियों से गहरा खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मैं वास्तव में क्षमा चाहता हूं। मेरे कार्यकाल में जो भी कमियाँ रहीं, उनके लिए मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।”
संविधान न्यायालय द्वारा सत्ता का दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी जैसे गंभीर आरोपों के आधार पर उन्हें पद से हटाने का निर्णय लिया गया। यह निर्णय देश के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है।
यून सुक-योल के खिलाफ लंबे समय से विरोध और सार्वजनिक असंतोष देखा जा रहा था। विपक्ष और नागरिक समाज संगठनों ने उनके कार्यों की कड़ी आलोचना की थी, खासकर प्रशासनिक फैसलों और कथित घोटालों को लेकर। कोर्ट के फैसले के बाद, देशभर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
यून ने अपने बयान में कहा कि वह चाहते हैं कि देश आगे बढ़े और लोकतंत्र की मजबूती बनी रहे। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वह अब राजनीति से अलग होकर निजी जीवन बिताना चाहेंगे।
दक्षिण कोरिया में नए राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की उम्मीद है।