सोमवार को पश्चिम बंगाल के रानीबांध में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हाल ही में पैर में लगी चोट के लिए तंज कसा. अमित शाह ने कहा कि मेरे हेलीकॉप्टर में कुछ गड़बड़ी होने के कारण मुझे आज थोड़ी देर हो गई है, लेकिन मैं इसे साजिश नहीं कहूंगा. दरअसल, 10 मार्च को जब नंदीग्राम में ममता बनर्जी को चोट लगी तो उन्होंने उसे हमला बताया और साजिश कहा.
इसके बाद ममता को कोलकाता अस्पताल लाया गया. अब उनके पैर में प्लास्टर लगा हुआ है. उसी के साथ वो चुनाव प्रचार कर रही हैं. ममता की चोट पर अमित शाह ने कहा, ‘ममता जी के पैर में चोट है, पता नहीं कि वह कैसे लगी.
टीएमसी इसे एक साजिश बताती है, लेकिन चुनाव आयोग का कहना है कि यह एक दुर्घटना थी. दीदी, आप व्हीलचेयर पर घूम रही हैं, आपके पैर को लेकर चिंतित हैं, लेकिन भाजपा के 130 कार्यकर्ताओं की राजनीतिक षड्यंत्र के तहत हत्या की गई क्या इनकी माताओं का दर्द दीदी महसूस कर सकती हैं?’
उन्होंने कहा, ‘बंगाल में हम आशा करते थे कि यहां से कम्युनिस्ट शासन जाने के साथ ही राजनीतिक हिंसा समाप्त हो जाएगी. मगर टीएमसी की सरकार ने तो कम्युनिस्टों को भी अच्छा कहलवा दिया. राजनीतिक हिंसा और बढ़ गयी. 130 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता मार दिए गए.’
शाह ने कहा कि जो सरकार तुष्टिकरण करती है, वो सरकार नहीं चाहिए. बंगाल में दुर्गा पूजा करनी है, तो कोर्ट में जाना पड़ता है. आदिवासियों के वन भूमि के अधिकार नरेन्द्र मोदी जी देना चाहते हैं, लेकिन टीएमसी के गुंडे इसके लिए भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं.
तृणमूल सरकार ने बंगाल का पतन किया है. अब समय आ गया है, सोनार बांग्ला बनाने का. अब समय आ गया है, आदिवासी बच्चों को घर पर ही नौकरियां दिलाने का. इसके लिए बंगाल में भाजपा सरकार बनानी होगी.