धनतेरस के दिन भी भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों को देश में हुए उपचुनाव के परिणामों को जानने के लिए मंगलवार सुबह से लेकर रात तक निगाहें लगी रही. देश में 3 लोकसभा और 13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना पूरी हो गई है. लेकिन भाजपा को सबसे करारी हार का सामना हिमाचल में करना पड़ा है.
यहां बीजेपी सरकार होने के बावजूद पार्टी एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी. कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट और तीनों विधानसभा सीटें जीत ली हैं. इसके साथ ही राज्य में सरकार चला रही भाजपा का उपचुनाव में सफाया हो गया. मंडी संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने भाजपा के रिटायर्ड ब्रिगेडियर खुशहाल सिंह को 7490 वोटों से हराया. इसके बाद, राज्य के ‘मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हम महंगाई की वजह से उपचुनाव में हारे’.
उन्होंने हार का ठीकरा एक तरह से केंद्र सरकार पर ही फोड़ा है. उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई के चलते प्रदेश में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. ऐसे नतीजे की उम्मीद नहीं थी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इस बयान के बाद दिल्ली आलाकमान तक हलचल बढ़ गई है. यहां आपको बता दें कि अगले साल के आखिरी तक हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी यह गृह राज्य है.
राज्य की अर्की विधानसभा सीट पर कांग्रेस के संजय अवस्थी, जुब्बल-कोटखाई सीट पर रोहित ठाकुर और फतेहपुर सीट पर कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया ने जीत दर्ज की. जुब्बल-कोटखाई सीट पर तो भाजपा प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रही. उपचुनाव से पहले मंडी लोकसभा सीट और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट भाजपा के पास थी वहीं अर्की और फतेहपुर विधानसभा सीटें कांग्रेस के पास थीं.
बता दें कि मध्य प्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट पर भाजपा के ज्ञानेश्वर पाटिल ने 81 हजार 701 वोट से जीत हासिल कर ली है. वहीं शिवसेना की कलाबेन ने दादरा-नागर हवेली लोकसभा सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल कर ली है.