हेमकुंड साहिब की यात्रा को भारी बर्फबारी के चलते रोक दिया गया है. मौसम खुलने के बाद ही यात्रा को शुरू किया जाएगा. घांघरिया मे तैनात एसआई नरेंद्र कोठियाल ने बताया कि हेमकुंड साहिब में भारी बर्फबारी के चलते सुरक्षा की दृष्टि से यात्रा को रोका गया है. घांघरिया में लगभग ढाई सौ तीर्थयात्री रोके गए हैं.
बीते शुक्रवार रात को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की पहाड़ियों पर इस सीजन का पहला हिमपात हुआ. वहीं दोनों धामों में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी है. उधर, लगातार मौसम खराब होने से केदारनाथ व हेमकुंड साहिब में और बदरीनाथ की ऊंची चोटियों में भी बर्फबारी हुई. हेमकुंड में करीब ढाई इंच तक बर्फ जम गई है.
शनिवार को गंगोत्री धाम में पहुंचे यमुनाघाटी के कुथनौर व गंगटाड़ी के श्रद्धालुओं ने देव डोलियों के साथ मंदिर परिसर में नृत्य किया. गंगोत्री धाम के तीर्थपुरोहित राजेश सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री धाम में शुक्रवार रात से ही बारिश हो रही है जिससे धाम से लगी पहाड़ियों पर बर्फबारी हुआ है. बताया कि बारिश व बर्फबारी से गंगोत्री धाम के तापमान में गिरावट आई है. उधर, यमुनोत्री धाम में भी गत शुक्रवार रात बारिश और धाम से लगी पहाड़ियों पर हिमपात हुआ.
उधर, हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्तूबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे, जिसको लेकर हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने तैयारी शुरू कर दी है. शनिवार सुबह धाम में बर्फबारी शुरू हो गई जिससे हेमकुंड के साथ ही सप्त श्रृंग पर्वत बर्फ से पूरी तरह ढक गए हैं.
गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि कपाट बंद होने के दौरान मत्था टेकने के लिए बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु घांघरिया पहुंच गए हैं. हेमकुंड साहिब में ढाई इंच तक बर्फ जम गई है. वहीं केदारनाथ धाम में भी रविवार दोपहर में मौसम खराब होते ही बर्फबारी हुई जिससे धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है.