देश में 1 मार्च से कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण के दूसरे चरण का आगाज हो चुका है. इस चरण में 60 वर्ष के ऊपर और 45 से ज्यादा उम्र के उन लोगों को टीका लगाया जा रहा है जो पहले से किसी गंभीर बीमारी का सामना कर रहे हैं.
सोमवार को सुब6 6.30 का वक्त था जब पीएम नरेंद्र मोदी बिना किसी सुरक्षा तामझाम के दिल्ली एम्स पहुंचे और कोवैक्सीन का पहला डोज लिया. पीएम ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी और कोवैक्सीन पर चले आ रहे सियासी भ्रम को भी दूर किया. दूसरे चरण के दूसरे दिन मोदी कैबिनेट के कई मंत्रियों ने कोवैक्सीन का डोज लिया जिसमें स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन भी शामिल हैं.
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि उन्हें कोवैक्सिन दिया गया है. यह टीका ‘संजीवनी’ का काम करेगा. हनुमान जी ने इसे पाने के लिए भारत को पार किया, लेकिन यह ‘संजीवनी’ आपके नजदीकी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है. हमने इसके लिए 250 रुपये का भुगतान किया है, जो लोग भुगतान कर सकते हैं उन्हें जरूर करना चाहिए.
शुरुआती दिक्कतों के बावजूद, कल रात तक CoWIN मंच पर लगभग 34 लाख पंजीकरण. आज सुबह 9:30 बजे तक 5 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया. 97% से अधिक रिकवरी रेट के साथ, भारत में दुनिया में सबसे आगे है, जबकि 1.42% पर मृत्यु दर सबसे कम है.
नरेंद्र मोदी कैबिनेट के कई मंत्रियों ने देश के अलग अलग हिस्सों में टीकाकरण कराया जिसमें खास तौर से रविशंकर प्रसाद, मुख्तार अब्बास नकवी, जी किशन रेड्डी शामिल थे. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला ने भी टीकाकरण कराया. इसके साथ ही कर्नाटक सरकार में मंत्री के एस ईशवरप्पा ने भी टीकाकरण कराया.
दूसरे चरण के टीकाकरण पर जयपुर में बोलते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि जिस तरह से पीएम नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण कराया उसके बाद संदेश साफ है कि हम सबको इस मुहिम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की जरूरत है. इसके साथ यह भी कहा कि जिन लोगों ने टीके को लेकर भ्रम फैलाने का काम किया अब उनका असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है.