देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक, एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने सोमवार को बड़ी घोषणा की. एचडीएफसी बैंक के बोर्ड ने देश की सबसे बड़ी आवास वित्त कंपनी, एचडीएफसी लिमिटेड के साथ विलय का ऐलान किया. एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी की 41 फीसदी हिस्सेदारी होगी.
बैंक ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि, ‘इससे एचडीएफसी बैंक को अपने हाउसिंग लोन पोर्टफोलियो का निर्माण करने और अपने मौजूदा कस्टमर बेस को बढ़ाने में मदद मिलेगी.’
बैंक ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि, ‘इससे एचडीएफसी बैंक को अपने हाउसिंग लोन पोर्टफोलियो का निर्माण करने और अपने मौजूदा कस्टमर बेस को बढ़ाने में मदद मिलेगी.’ एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को फाइलिंग में कहा कि विलय की योजना भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) सहित विभिन्न नियामक अनुमोदनों के अधीन होगी.
31 दिसंबर 2021 तक एचडीएफसी की कुल संपत्ति 6,23,420.03 करोड़ रुपये, टर्नओवर 35,681.74 रुपये और वेट वर्थ 1,15,400.48 करोड़ रुपये है. दूसरी ओर एचडीएफसी बैंक की कुल संपत्ति 19,38,285.95 करोड़ रुपये है. 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त नौ महीनों के लिए बैंक का टर्नओवर (अन्य आय सहित) 1,16,177.23 करोड़ रुपये, और नेट वर्थ 2,23,394.00 करोड़ रुपये है.
विलय की खबर के बाद आज एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में जबरदस्त उछाल आया. बीएसई पर एचडीएफसी बैंक के शेयर 1562.30 रुपये पर खुलने के बाद 9 फीसदी बढ़कर 1,647.55 अंक पर पहुंच गए. एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप 9,13,905.15 करोड़ रुपये हो गया. एनएसई पर बैंक के शेयर 10 फीसदी की तेजी के साथ 1,650.85 रुपये पर पहुंच गए.
पहले घंटे में ही बीएसई पर एचडीएफसी का शेयर 12 फीसदी ऊपर 2,754.60 रुपये पर कारोबार कर रहा था. कंपनी का बाजार मूल्यांकन 5,02,017.47 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. एनएसई पर कंपनी के शेयर 12 फीसदी की तेजी के साथ 2,754.70 रुपये पर पहुंच गए.