पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और यशपाल आर्य ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए

बाबा केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद अब बदरीनाथ धाम के भी कपाट एक हफ्ते बाद यानी 20 नवंबर को शीतकालीन के लिए बंद कर दिए जाएंगे. पिछले कुछ दिनों से जारी ठंड के बावजूद भी यहां दर्शन करने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.

आज उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत दर्शन करने के लिए आज दोपहर हेलीकॉप्टर से बदरीनाथ पहुंचे.

उनके साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और यशपाल आर्य ने यहां बदरीनाथ धाम के दर्शन किए.

उन्होंने बदरीनाथ सिंह द्वार पर जय बदरी विशाल के जयकारे भी लगाए. पूर्व सीएम हरीश रावत देवस्थानम बोर्ड को लेकर भी हमलावर हुए. उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड बनाने की कोई आवश्यकता नहीं थी. ये हमारी परंपराओं के साथ खिलवाड़ है.

कांग्रेस की ओर से देवस्थानम भंग है. कांग्रेस की सरकार आएगी तो पहला काम यही होगा. बता दें कि बदरीनाथ धाम में शुक्रवार को 1435 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए. कड़ाके की ठंड के बावजूद धाम में तीर्थयात्रियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है.

अभी तक बदरीनाथ धाम में 170526 तीर्थयात्री भगवान बदरीनाथ के दर्शनों के लिए पहुंचे हैं. बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.

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