उत्तराखंड में भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत अपने विवादों की वजह से आए दिन सुर्खियों में रहते हैं. अभी कुछ दिनों पहले ही हरक और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच ‘गधा ढेंचा’ को लेकर दोनों में जुबानी जंग हुई थी.
उसके बाद अब कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के एक और विवादित बयान से उत्तराखंड की सियासत में हलचल मचा दी है. त्रिवेंद्र सिंह के बीच विवाद की गूंज दिल्ली तक सुनाई पड़ी थी. भाजपा के चुनाव समिति के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने दोनों नेताओं को ऐसे बयानों से बचने की सलाह दी थी.
लेकिन एक बार फिर मंत्री हरक अपने बेबाक बयान की वजह से सुर्खियों में आ गए. हरक सिंह रावत का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में हरक सिंह रावत अपनी ही सरकार को ‘नालायक बेवकूफ’ कहते हुए दिखाई दे रहे हैं. हरक सिंह रावत के विवादित बयान के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी सहमे नजर आए.
फिलहाल मुख्यमंत्री धामी ने हरक सिंह रावत का निजी बयान कह कर पल्ला झाड़ लिया है. दूसरी ओर ‘हरक के बयान पर भाजपा प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा है कि हरक के बयान को अनुशासनहीनता माना गया है. जैसे प्यारे बच्चे को डांटा जाता है, वैसे ही हरक सिंह रावत को भी डांटेंगे’. वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा है कि मैंने हरक सिंह रावत से इस बारे में बात की है.
कहा कि इस बारे में हरक से पूछा गया है. उन्होंने कहा कि उनके बयान को पूरे परिप्रेक्ष्य में नहीं देखा गया. बता दें कि मंगलवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसमें हरक सिंह रावत कह रहे हैं कि उत्तराखंड के शहीद और आंदोलनकारी आंसू बहा रहे हैं.
नालायकों के हाथों में सत्ता सौंप दी है. कैबिनेट मंत्री नगरपालिका सभागार में कामरेड वीरेंद्र भंडारी को श्रद्धांजलि देते हुए भावुक हो गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी उत्तराखंड का वैसा विकास नहीं हुआ, जिसकी उम्मीद की गई थी.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार