यह खबर उन 12वीं के विद्यार्थियों के लिए राहत भरी है जो कि अपनी परीक्षा न होने से चिंतित हैं. वहीं ऐसे विद्यार्थी भी हैं जो कि नहीं चाहते कि अब परीक्षा हो उनके लिए यह जरूर परेशानी बढ़ाने वाली है. बात करेंगे सीबीएसई से . केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने दसवीं की परीक्षा पहले ही टाल दी है.
12वीं की परीक्षा कराने के लिए अभी भी शिक्षा मंत्रालय असमंजस की स्थिति में है. कोरोना संकटकाल को देखते हुए कई राज्य के शिक्षा बोर्ड 12वीं की परीक्षा कराने के लिए अभी निर्णय नहीं ले पा रहे हैं. लेकिन आज गुजरात शिक्षा बोर्ड ने 12वीं के विद्यार्थियों की परीक्षा कराने का एलान कर दिया. यह परीक्षा 1 जुलाई से आरंभ होगी. इस प्रकार देश का गुजरात पहला राज्य बन गया जिसने 12वीं परीक्षा कराने का एलान किया है.
बता दें कि कुछ दिनों से गुजरात में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट आती जा रही है. इसी को देखते हुए विजय रुपाणी सरकार ने यह फैसला लिया है. गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र चुडासमा ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है. आपको बता दे कि पिछले दिनों कोरोना के मामले बढ़ने पर बोर्ड परीक्षा को कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया था. इससे पहले गुजरात राज्य कक्षा 10वीं के एग्जाम के संबंध में फैसला ले चुका है.
इसके मुताबिक 10वीं कक्षा के छात्रों को प्रमोट किया जा चुका है. हाल ही में केंद्र सरकार ने एक मीटिंग में सभी राज्यों से 25 मई तक 12वीं की परीक्षा सहित अन्य प्रवेश परीक्षाओं पर सुझाव देने के लिए कहा था. अभी ज्यादातर राज्य कोरोना की वजह से एग्जाम कराने पर पसोपेश में हैं. गुजरात पहला राज्य है, जिसने एग्जाम की तारीखों का एलान किया है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार