जया बच्चन ने साल 1971 में आई फिल्म ‘गुड्डी’ से अभिनेत्री के रूप में करियर की शुरुआत की थी. हालांकि उससे पहले भी हुए कुछ फिल्मों में सहायक अभिनेत्री के रूप में शुरुआत कर चुकी थी.
फिल्म गुड्डी को ऋषिकेश मुखर्जी ने डायरेक्ट किया था. जया बच्चन ने पहली बार अमिताभ बच्चन के साथ साल 1972 में आई फिल्म ‘बंसी बिरजू’ में काम किया. यह साल ऐसा साल था जिसमें जया बच्चन की 11 फिल्मों को पर्दे पर देखा गया था.
जिसमें मुख्य रूप से ‘पिया का घर’ ‘परिचय’ ‘कोशिश’ ‘शोर’ फिल्में शामिल थीं. उस दौरान जया बच्चन का सभी अभिनेत्रियों के बीच एक अलग ही छवि बन चुकी थी. इसके अगले ही साल यानी 3 जून 1973 में अमिताभ और जया ने शादी कर ली.
जवानी दीवानी, उपहार, अनामिका, मिली, अभिमान, शोले, बावर्ची, चुपके चुपके और जंजीर जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में शामिल हैं. सिलसिला (1981) में अपने पति अमिताभ के साथ काम करने के बाद वह लगभग 16 साल फिल्मों से दूर रहीं .
उसके बाद उन्होंने फिर से कई ब्लॉकबस्टर फिल्में कीं जिनमें से फिजा, कल हो न हो, कभी खुशी कभी गम, हजार चौरासी की मां, कल हो न हो, लागा चुनरी में दाग आदि प्रमुख हैं. बता दें कि जया बच्चन को साल 1992 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. जया ने 9 फिल्मफेयर अवार्ड्स जीते हैं.
अभिनेत्री जया बच्चन के बयान कई बार सुर्खियों में रहे . साल 2008 में फिल्म ‘द्रोणा’ के म्यूजिक लांच पर जया के द्वारा दिए गए भाषण पर महाराष्ट्र के लोगों ने इनकी आलोचना की थी.
जब महाराष्ट्र में संगीत लॉन्च पर जया बच्चन को बोलने को कहा गया, तो उन्होंने कहा कि हम यूपी वाले मातृभाषा प्रेमी हैं, हम हिंदी में ही बात करना पसंद करते हैं, महाराष्ट्र वाले कृपया हमे माफ करें.
जिसके चलते महाराष्ट्र के नेताओं ने जया बच्चन की खूब आलोचना की. फिलहाल वे राजनीति में सक्रिय हैं. समाजवादी पार्टी की ओर से राज्यसभा सांसद हैं . संसद में समय-समय पर वह कई महत्वपूर्ण मुद्दों को भी उठाती रहती हैं .
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार