नई दिल्ली|मंगलवार को भारत सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) 1967 के तहत 18 और लोगों को आतंकवादी घोषित किया है, जिनमें हिज्बुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन शामिल भी है, जो मुंबई आतंकी हमले का साजिशकर्ता होने के साथ ही कंधार विमान हाईजैक (आईसी 814) में शामिल रहा है.
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और आतंकवाद को सहन न करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने यूएपीए अधिनियम 1967 (2019 में संशोधित) के प्रावधानों के तहत 18 और व्यक्तियों को नामित आतंकवादी घोषित किया है.
बयान में कहा गया, इस संशोधन से पहले, केवल संगठनों को आतंकवादी संगठनों के रूप में नामित किया जा सकता था.
आतंकवाद की कमर तोड़ने के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) संशोधन विधेयक, 2019 को पिछले वर्ष जुलाई में लोकसभा में पेश किया था.
केंद्र की मोदी सरकार ने पुराने अधिनियम में कुछ बदलाव किया था, ताकि आतंकी और नक्सलवादी गतिविधियों पर नकेल कसने के साथ ही और भारत के खिलाफ हो रही आतंकी गतिविधियों से कड़ाई से निपटा जा सके.
इस संशोधित प्रावधान को लागू कर केंद्र सरकार ने सितंबर, 2019 में चार व्यक्तियों और जुलाई, 2020 में नौ व्यक्तियों को आतंकवादी के रूप में नामित किया था.
सरकार ने कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की अपनी नीति को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है.
गृह मंत्रालय द्वारा जारी आतंकियों की लिस्ट में पाकिस्तान आधारित आतंकवादी शामिल हैं. इनमें साजिद मीर और यूसुफ मुजम्मिल के नाम शामिल हैं और यह दोनों ही जम्मू-कश्मीर में लश्कर के ऑपरेशन के कमांडर थे और 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी थे.
इसके अलावा लिस्ट में अब्दुर रहमान मक्की – लश्कर चीफ हाफिज सईद का बहनोई, 1999 में कंधार आईसी-814 अपहर्ता यूसुफ अजहर, मुंबई धमाकों के मास्टर माइंड टाइगर मेमन समेत अंडर वल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी रहे छोटा शकील, हिज्बुल मुजाहिदीन का सरगना सैयद सलाहुद्दीन और इंडियन मुजाहिदीन के भटकल बंधुओं का भी नाम शामिल है.
फरहतुल्लाह गौरी का नाम भी लिस्ट में है, जो 2002 में अक्षरधाम मंदिर पर हुए हमले और 2005 में हैदराबाद में टास्क फोर्स ऑफिस पर हमले में शामिल था.
अब्दुल रउफ असगर, जो 2001 में संसद पर हमले का मुख्य साजिशकर्ता था. रियाज इस्माइल शाह बांदरी, जो इंडियन मुजाहिदीन का फाउंडर है और भारत में जर्मन बेकरी, चिन्नास्वामी स्टेडियम, जामा मस्जिद और मुंबई हमले में शामिल रहा है, उसे भी आतंकवादी घोषित किया गया है.