जन्मदिन विशेष: पैरालम्पिक खेलों के जनक कहे जाने वाले सर लुडविग गटमैन को गूगल ने डूडल के जरिए किया सम्मान

वॉशिंगटन| आज शनिवार 3 जुलाई को पैरालम्पिक खेलों के जनक कहे जाने वाले सर लुडविग गटमैन का जन्मदिन है. इस मौके पर गूगल ने डूडल के जरिए उनका सम्मान किया है.

बाल्टिमोर की कलाकार अशांति फोर्ट्सन की तरफ से तैयार किए गए चित्र में गटमैन कई पैरालम्पिक खिलाड़ियों के साथ नजर आ रहे हैं. गटमैन को विकलांगों के लिए शारीरिक गतिविधियां शुरू करने वाले शुरुआती लोगों में गिना जाता है. उन्होंने पैरालम्पिक अभियान की नींव रखी थी.

3 जुलाई 1899 को जर्मनी के यहूदी परिवार में जन्मे गटमैन एक जर्मन-ब्रिटिस न्यूरोलॉजिस्ट थे. उन्होंने स्टॉक मेंडविल गेम्स की शुरुआत की थी. यह शारीरिक रूप से असहायों के लिए एक खेल आयोजन की तरह था, जो बाद में इंग्लैंड में पैरालम्पिक गेम्स के रूप में पहचाना गया.

जर्मनी में यहूदियों के साथ बढ़ते उत्पीड़न के चलते गटमैन को अपने परिवार के साथ 1939 के समय देश छोड़ना पड़ा था. 1933 में न्यूरमबर्ग कानून के पास होने के बाद उन्हें पेशेवर रूप से चिकित्सा क्षेत्र में काम करने से रोक दिया गया था.

गटमैन ने साल 1948 में 16 लोगों की एक तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया था. इसे व्हीलचेयर का इस्तेमाल करने वाले लोगों के पहले खेल आयोजनों में से एक कहा जाता है. बाद में इसे गेम को ‘स्टोक मैंडविल गेम्स’ या ‘विकलांगों के लिए ओलंपिक’ कहा जाने लगा. इस ईवेंट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी सुर्खियां बटोरी थीं.

चित्र तैयार करने वाली फोर्ट्सन ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि मेरा डूडल उन विचारों को जगाने में मदद करेगा कि कैसे हम बगैर अमानवीयकरण के एक-दूसरे को कैसे समझ सकते हैं, समान पहुंच तैयार करने का मतलब क्या है और कैसे हम एक-दूसरे के लिए एक समान और सुगम स्थान तैयार करने के लिए आगे जा सकते हैं.’

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