कुमाऊं अल्‍मोड़ा

गोवा-उत्तराखंड में बढ़ी कांग्रेस और भाजपा नेताओं की हलचल, त्रिशंकु विधानसभा की उम्मीद में रिसॉर्ट्स तैयार

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सांकेतिक फोटो

एग्जिट पोल्स के अनुमानों के मुताबिक उत्तराखंड और गोवा में ​कोई भी पार्टी स्पष्ट बहुमत नहीं प्राप्त करने जा रही है. गोवा और उत्तराखंड को लेकर ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर दिखाई है. इसके साथ ही इन दोनो दोनों राज्यों की राजधानियों में राजनीतिक दलों ने चुनाव के बाद के परिदृश्य के लिए तैयारी शुरू कर दी है.

गोवा और उत्तराखंड में त्रिशंकु विधानसभा के आसार
गोवा में, कांग्रेस उम्मीदवार और पार्टी के नेता बुधवार को एक होटल में एकत्रित होंगे, जबकि पार्टी उत्तराखंड में भी ऐसा ही कुछ करने पर विचार कर रही है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित हो रहे हैं. इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस आलाकमान ने अपने वरिष्ठ नेताओं को उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में तैनात किया.

कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार, जिन्होंने पहले भी कई बार बहुमत के आंकड़े से पीछे रहले पर पार्टी के लिए सरकार गठन में अहम भूमिका निभाई है, गोवा में विशेष पर्यवेक्षक होंगे.

महासचिव मुकुल वासनिक, छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव और विन्सेंट पाला को मणिपुर भेजा गया है. कांग्रेस महासचिव अजय माकन और पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा को पंजाब में, जबकि राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को देहरादून में तैनात किया गया है.

कांग्रेस अपने विधायकों को राजस्थान में करा सकती है कैंप
इससे पहले कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को जयपुर का दौरा किया. इस बात की पूरी संभावना है कि कांग्रेस गोवा और उत्तराखंड के अपने विधायकों को राजस्थान में कैंप करवा सकती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोवा में 2017 में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, लेकिन भाजपा ने 13 सीटें जीतने के बावजूद सरकार बना ली थी. कांग्रेस विधायकों की संख्या 17 से घटकर 2 रह गई थी.

कैलाश विजयवर्गीय ने उत्तराखंड में 2016 में किया था खेल
भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय को उत्तराखंड भेज दिया है, जिसे कांग्रेस अपने लिए खतरे के रूप में देख रही है. कैलाश विजयवर्गीय ने 2016 में उत्तराखंड कांग्रेस में जमकर तोड़फोड़ मचाई थी. कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा, “पार्टी के सभी विधायक बुधवार को उत्तरी गोवा में एक रिजॉर्ट में रहेंगे. गुरुवार को जैसे ही चुनाव नतीजे आएंगे, सभी जीतने वाले उम्मीदवार कांग्रेस कार्यालय पहुंचेंगे.”

एक दिन पहले, गोवा के लिए एआईसीसी डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा था कि पार्टी भाजपा की “गंदी चाल” को नाकाम करने के लिए अपने उम्मीदवारों को एक आम स्थान पर ले जाने के बारे में निर्णय लेगी. हालांकि, मंगलवार को पार्टी ने कहा कि बुधवार की सभा केवल वरिष्ठ नेता दिगंबर कामत का जन्मदिन मनाने के लिए है. कांग्रेस ने मंगलवार को बम्बोलिम के एक होटल में अपने उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं की बैठक भी की.

उत्तराखंड पहुंचे कैलाश विलयवर्गीय, कांग्रेस में बढ़ी हलचल
इधर, रविवार को देहरादून पहुंचने के बाद से कैलाश विजयवर्गीय उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक सहित राज्य के अन्य शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. कहा जाता है कि 2016 में, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीन ने तत्कालीन सीएम हरीश रावत के खिलाफ कांग्रेस के भीतर विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बाद में, राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया था.

इसके बाद साल 2017 के विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस पार्टी को केवल 11 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा को 70 में से 57 सीटें मिली थीं. इस बार के चुनाव में, हरीश रावत कांग्रेस प्रचार अभियान के प्रमुख थे. कांग्रेस संगठन के महासचिव मथुरा दत्त जोशी ने कैलाश विजयवर्गीय की उत्तराखंड यात्रा को महत्वपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि विजयवर्गीय 2016 में एक महीने के लिए आए थे और कांग्रेस सरकार गिराने के बाद ही वापस गए.

गोवा में कांग्रेस के लिए रणनीति बनाने में जुटे पी चिंदबरम
मथुरा दत्त जोशी ने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पार्टी अपने विजयी विधायकों को ‘सुरक्षित स्थान’ पर स्थानांतरित करने पर विचार करेगी. वहीं, कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वह मतगणना वाले दिन के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने उत्तराखंड हैं. दूसरी ओर गोवा के लिए कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रभारी पी चिदंबरम ने कहा है कि दूसरे दलों के साथ बातचीत के रास्ते खुले हैं. हमारा लक्ष्या भाजपा को सत्ता में आने से रोकना है, इसके लिए हम एंटी-बीजेपी फ्रंट बनाने पर काम कर रहे हैं.

पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिले प्रमोद सावंत
इससे पहले गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ”प्रधानमंत्री को गोवा विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा के मजबूत प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी, जो हमें सरकार बनाने का अवसर प्रदान करेगा. उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में हम लोगों के कल्याण के लिए काम करना जारी रखेंगे.”

गोवा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस मुंबई में बना रहे रणनीति
भारतीय जनता पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मुंबई में गोवा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करेंगे. गोवा बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमने सत्ता बनाए रखने के लिए एक “पुख्ता रणनीति” तैयार की है.

गोवा भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हम अपना नेता तय करने में समय बर्बाद नहीं करेंगे और जल्द से जल्द सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.” गोवा और उत्तराखंड के एग्जिट पोल्स में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत मिलना नहीं​ दिखाया गया है. वहीं उत्तराखंड में आज तक कोई सरकार 5 साल का कार्याकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार सत्ता में वापस नहीं आई है.

साभार-न्यूज 18

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