देश में कोरोना महामारी के बीच खाद्य तेलों से लेकर पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं. अधिकांश शहरों में पेट्रोल डीजल की कीमतें 100 के पार पहुंच गई हैं जिसकी वजह से आम जनता की मुसीबतें और बढ़ गई हैं. बढ़ती मंहगाई को लेकर जब जनप्रतिनिधियों से सवाल किए जाते हैं तो वह भड़क जा रहे हैं और इसका ताजा उदाहरण मध्य प्रदेश से देखने को मिला है जहां पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर भाजपा नेता रामरतन पायल ने विवादित बयान दे डाला.
कटनी जिले के जिलाध्यक्ष रामरतन पायल से जब पत्रकारों ने पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘तो तालिबान चले जाओ, वहां देख लो अफगानिस्तान में. पेट्रोल वहां 50 रुपये लीटर है, लेकिन भरवाने वाला कोई नहीं है.
किस हालत से देश गुजर रहा है आपको मालूम है. कैसे मोदी जी ने इसे संभाल के रखा हुआ है, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज दे रहे हैं. आप सोचिए कोई दे सकता है ऐसा.’ रामरतन के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया है और सरकार पर निशाना साधा है.
आपको बता दें कि देश में पिछले कुछ दिनों से तेल की कीमतों में स्थिरता आई है या फिर कमी की गई है. सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने शुक्रवार को एक बार फिर डीजल की कीमत में 20 पैसे प्रति लीटर की कटौती की, जो पिछले तीन दिन में तीसरी कटौती है, हालांकि पेट्रोल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ. दिल्ली में डीजल की कीमत 89.47 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 89.27 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है.