पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद जहां एक ओर भाजपा उत्साहित है वहीं कांग्रेस पार्टी खोए हुए वजूद की तलाश में जुटी हुई है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में कांग्रेस की विधानसभा चुनाव में हुई बुरी तरह हार के बाद हाईकमान लगातार मंथन करने में जुटा हुआ है.
उत्तराखंड में तो पिछले कई दिनों से नई टीम के गठन को लेकर राज्य पार्टी के नेताओं में अंदरूनी कलह मची हुई है. इसको अगर हम सरल भाषा में समझे तो कांग्रेस के भीतर बिखराव लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी को लेकर अब तक सोनिया गांधी ने अपने रणनीतिकारों के साथ कई बैठक कर चुकीं हैं.
लेकिन कांग्रेस की अब स्थिति ऐसी है कि उसके पास कोई ऐसा नेता नहीं है जो साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीद जगा सके. शनिवार को हनुमान जयंती के अवसर पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर से दिल्ली स्थित अपने निवास 10 जनपथ में एक बार फिर से 4 घंटे तक मंथन किया.
बैठक में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, एके एंटोनी, दिग्विजय सिंह, अजय माकन, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, पी चिदंबरम और रणदीप सुरजेवाला मौजूद रहे. लेकिन सबसे ज्यादा निगाहें चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर लगी रहीं.
बैठक में प्रशांत किशोर ने कांग्रेसी नेताओं को साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए जीत का प्रेजेंटेशन भी बताया. प्रशांत के दिए गए प्रेजेंटेशन में कहा गया है कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 370 सीटों पर ध्यान देना चाहिए. पार्टी यूपी, बिहार और ओडिशा में अकेले लड़े.
तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में गठबंधन करे. प्रशांत किशोर का जीत का मंत्र सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका को पसंद आ गया है. कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि बैठक में पीके ने 2024 को लेकर जो सुझाव दिया है उस पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक कमेटी बनाने की घोषणा की है.
कमेटी एक हफ्ते में रिपोर्ट देगी. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही कांग्रेस आगे काम करेगी. यह भी चर्चा है कि कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व ने प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल होने के लिए ऑफर भी दिया है.
कांग्रेस के ऑफर पर अभी फिलहाल प्रशांत किशोर का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है लेकिन ऐसी अटकलें हैं कि वह कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं. बता दें कि इस साल के आखिरी में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. इन दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. कांग्रेस भी गुजरात और हिमाचल में सत्ता में वापसी करने के इरादे से जुट गई है.
शंभू नाथ गौतम