बिहार के चर्चित नालंदा विश्वविद्यालय में नए साल से हिन्दू स्टडीज (सनातन) की पढ़ाई भी शुरू होने वाली है. इसके लिए स्नातकोत्तर हिन्दू स्टडीज (सनातन) के प्रथम बैच के नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
हिंदू अध्ययन में एम.ए. प्रोग्राम का उद्देश्य छात्रों को प्राच्य सभ्यता और संस्कृति के मूलभूत सिद्धांतों से अवगत कराना है.
यह दो साल का फुल टाइम प्रोग्राम है. इसकी क्लास ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यम से होगी. वहीं योग्य छात्रों को स्कॉलरशिप भी दी जायेगी.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि हम भारतीय बौद्धिक परंपराओं के लिए एक संसाधन केन्द्र बनाने की कोशिश कर रहे हैं. नालंदा अपनी परंपरा के लिए जाना जाता था.
मौजूदा समय में नालंदा उत्कृष्टता का केंद्र बनाने की ओर अग्रसर है. हिन्दू अध्ययन में पीजी प्रोग्राम से छात्रों को प्राच्य सभ्यता और संस्कृति के मूलभूत सिद्धांतों से अवगत कराया जाएगा. कोर्स के माध्यम से छात्र भारत की समग्र विचार-परंपरा का विश्लेषणात्मक विधियों द्वारा एक तार्किक समझ विकसित कर सकेंगे.
छात्रों को भारतीय संस्कृति के शाश्वत सिद्धांत और जीवन मूल्य के साथ विभिन्न प्रकार की ज्ञान परंपराओं और प्रथाओं के समग्र अध्ययन और अनुसंधान का अवसर प्राप्त होगा. इसे भारत की समृद्ध अध्यात्मिक और बौद्धिक विरासत को समझने के लिए तैयार किया गया है.
इसके सिलेबस में वेद, उपनिषद, इतिहास-पुराण, रामायण और महाभारत के साथ-साथ नाट्यशास्त्र और अर्थशास्त्र को भी जगह दी गई है. नयी पीढ़ी को इससे सनातन परंपराओं को विस्तार से जानने का अवसर मिलेगा.