केंद्र से लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ युवाओं और बेरोजगारों का आक्रोश अब भारी पड़ने लगा है. ‘भाजपा सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक युवा और बेरोजगार आज अपना विरोध दर्ज करा रहा है’. ‘युवाओं के इस विरोध पर कांग्रेस समेत विपक्ष की राजनीति भी चमक रही है’.
हम पहले बात करेंगे केंद्र की भाजपा सरकार की. 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 70वां जन्मदिन था. पीएम मोदी के जन्मदिन को भाजपा कार्यकर्ता मनाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन उससे पहले ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस दिवस को ‘बेरोजगारी दिवस’ मनाने को लेकर एलान कर डाला.
फिर क्या था सोशल मीडिया पर एक बार फिर मोदी के जन्मदिन पर बेरोजगारी दिवस और ‘राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस ट्रेंड’ होने लगा. ‘कांग्रेस का यह हथियार एक बार फिर युवाओं को पसंद आ गया’. युवाओं ने एक बार फिर राहुल गांधी का इस मामले में खूब बढ़-चढ़कर साथ दिया.
देश में लॉकडाउन और कोरोना महामारी की वजह से बेरोजगारी दर बढ़ने से देश का युवा वर्ग पीएम मोदी से नाराज हैं, जिसका कांग्रेस को खूब फायदा मिल रहा है.
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत उनकी पार्टी के तमाम नेताओं ने इस दिन को बेरोजगारी दिवस के तौर पर मनाया. उत्तर प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी पीएम मोदी के जन्मदिन को राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाया.
मोदी सरकार के प्रति युवाओं की लगातार बढ़ती जा रही है नाराजगी
पीएम मोदी के जन्मदिन पर युवाओं की सोशल मीडिया पर नाराजगी का यह कोई पहला मामला नहीं. इससे पहले भी 30 अगस्त को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ पर पीएम मोदी के खिलाफ युवाओं ने विरोध जताते हुए सोशल मीडिया पर ‘डिसलाइक’ किए थे.
यहां हम आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से भारतीय छात्रों और युवाओं ने मोदी सरकार के खिलाफ अपनी मुहिम सोशल मीडिया पर तेज कर दी है. बेरोजगारी के साथ-साथ छात्र एसएससी जैसी परीक्षाएं तय समय पर न होने और नौकरियों के लिए तय समय पर नियुक्ति न होने से भी देश के युवाओं में नाराजगी है.
इसका असर सोशल मीडिया पर देखा जा रहा है. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों की मांग है कि जो वैकेंसी निकाली जाए उनकी परीक्षाएं जल्द हों और उनके परिणाम जल्दी आएं. इसके अलावा कई संस्थानों में बेतहाशा फीस वृद्धि से परेशान छात्र भी सरकार से सुनवाई की गुहार लगा रहे हैं.
इससे पहले नौ सितंबर को देश के अलग-अलग हिस्सों में युवाओं ने रात नौ बजकर नौ मिनट पर टॉर्च, मोबाइल फ्लैश और दिए जलाकर अपना विरोध जता चुके हैं. इसी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए कई युवा और छात्र संगठनों ने 17 सितंबर पीएम मोदी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस सेंड कर अपना विरोध जताया.
सोशल मीडिया पर इसे लेकर कई तरह के मीम्स और अलग-अलग पोस्ट भी शेयर किए गए. युवाओं की इस मुहिम को कई विपक्षी दलों और अलग-अलग संगठनों का समर्थन भी देखने को मिला है.
यूपी में नौकरियों में संविदा प्रस्ताव पर सपा और कांग्रेस भाजपा सरकार को घेरने में जुटी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी सरकार के सरकारी नौकरियों पर पांच साल संविदा पर रखे जाने के विरोध में प्रदेश भर के युवाओं और बेरोजगारों भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलित हैं. वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस भी इस मुद्दे पर युवाओं के साथ आकर खड़ी हो गई है.
सीएम योगी के संविदा प्रस्ताव पर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने इसे हाथों-हाथ लपका है. अखिलेश यादव ने तो योगी सरकार को चेतावनी दे डाली है कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में युवा भाजपा सरकार को सबक सिखा देगा.
अखिलेश ने कहा है कि भाजपा केवल अपने राजनीतिक विस्तार और सत्ता पर एकाधिकार को ही विकास मानती है। यही कारण है कि प्रदेश में विकास कार्य अवरुद्ध हैं और युवाओं के प्रति तो उसका रवैया शुरू से ही भेदभाव वाला रहा है.
बता दें कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार केंद्र और यूपी की योगी सरकार पर हमलावर हो रहे हैं. वह ट्विटर के जरिए सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि युवाओं का आत्मसम्मान नहीं छीनने देंगे। प्रियंका ने कहा कि सरकारी नौकरियों में प्रदेश के युवाओं को पांच साल संविदा पर रखे जाने का योगी सरकार का फैसला अन्याय से भरा हुआ है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार