देहरादून| आईपीएल मैच में सट्टा लगाने वाले गैंग का पर्दाफाश करने के बाद पुलिस ने गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
इसमें से दो सगे भाई हैं और एक दिन पहले गिरफ्तार अजय जायसवाल के भतीजे और हरिओम जायसवाल के बेटे हैं. चाचा और पिताजी देहरादून से ऑनलाइन सट्टा लगाते थे.
जबकि चारों बाहरी राज्यों से ऑनलाइन सट्टा लगाने वाले लोगों का सट्टा लगवाने और पैसे एकत्रित करने का कार्य करते थे. चारों दिल्ली में कमरा लेकर यह कार्य करते थे.
पुलिस ने उनके कब्जे से पांच लाख से अधिक नगदी, 22 मोबाइल, एक लैपटॉप, कैलकुलेटर और सट्टा पर्ची बरामद की है.
शुक्रवार की रात में पुलिस ने बैंड बाजार खुड़बुड़ा क्षेत्र में अजय जायसवाल, हरिओम जायसवाल और चिराग चड्ढा को आईपीएल मैचों में ऑनलाइन सट्टा लगाते हुए गिरफ्तार किया था. उसके कब्जे से 25 लाख से अधिक की नगदी व सट्टे से संबंधित अन्य सामग्री बरामद की गई थी.
पूछताछ में अजय जायसवाल ने बताया था कि वह उत्तराखंड के अलावा अन्य राज्यों में भी ऑनलाइन सट्टा लगवाते हैं. उसने भाई हरिओम शर्मा के बेटों अंकित जायसवाल और अंकुश जायसवाल के भी गैंग में शामिल होने की बात कही थी.
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि अजय जायसवाल ने बताया था कि दोनों अपने दो दोस्तों के साथ अन्य राज्यों में सट्टा लगवाने और पैसा एकत्रित करने का कार्य करते हैं.
उनके लिए दिल्ली के लाजपत नगर में किराये पर कमरा ले रखा है. जिसके बाद एसओ क्लेमेंटटाउन नरोत्तम बिष्ट के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दिल्ली रवाना की गई.
दिल्ली में तलाशी के दौरान टीम को जानकारी मिली कि चारों पैसा एकत्रित करने के लिए अंबाला सिटी गए हैं और वहां पर एक होटल में ठहरे हुए हैं.
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने होटल में दबिश दी और वहां अलग-अलग कमरों से चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों की पहचान अंकित जायसवाल व अंकुश जायसवाल पुत्र हरिओम जायसवाल निवासी खुडबुड़ा मोहल्ला, गगन पुत्र गुरदयाल निवासी भंडारी बाग और हिमांशु पुत्र प्रमोद कुमार डांडीपुर के रूप में हुई.