आज बात होगी उत्तराखंड के पूर्व सीएम व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के बारे में जो एक बार फिर कुछ दिन की खामोशी के बाद अगले साल होने वाले विधानसभा सभा चुनाव में सीएम का चेहरा तय करने करना मुद्दा छेड़ दिया है.
पूर्व सीएम ने कहा सीएम के चेहरे के लिए किसी को आगे करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सीएम का निर्धारण जब हमारे सदस्य चुनकर आएंगे, तभी होगा, मगर चुनाव की रणनीति तो हमको तैयार करनी ही पड़ेगी.
हरदा ने अपना दर्द बयां करते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को भी आगाह किया. उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में मुख्यमंत्रियों को हराने की परंपरा बहुत गहरी है.
कुछ लोग तीरथ सिंह रावत की शुरुआत खराब करना चाहते हैं. उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि पौड़ी में भी हमारे पास सीएम को हराने वाला व्यक्तित्व मौजूद है. इतिहास कभी-कभी अपने को दोहराने के लिए बेचैन रहता है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि कांग्रेस में सीएम का चेहरा तय कर चुनाव लड़ने की परिपाटी नहीं है. सामुहिक नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाता है. इस विषय पर अंतिम निर्णय हाईकमान को ही लेना है. पार्टी हाईकमान जो तय करेगा, पूरी पार्टी उसी के अनुसार कार्य कर करेगी.