दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के पूर्व नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष योगानंद शास्त्री ने एनसीपी का दामन थाम लिया है. शास्त्री बुधवार को दिल्ली में पार्टी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में एनसीपी में शामिल हो गए.
दरअसल योगानंद शास्त्री कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से एक माने जाते थे. लेकिन साल 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद करीब एक साल बाद अब उन्होंने एनसीपी ज्वाइन की है. बुधवार को दिल्ली में पार्टी प्रमुख शरद पवार मौजूदगी में वह पार्टी में शामिल हुए.
शास्त्री ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के चलते दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नेताओं पर टिकट बेचने का आरोप लगाया था. उन्होंने तब यह भी कहा था कि प्रदेश कांग्रेस की कमान ऐसे व्यक्ति के पास है जो किसी का सम्मान नहीं करता है और ऐसे लोगों से घिरा है जो विधानसभा चुनाव के टिकट बेचने में लिप्त हैं. योगानंद शास्त्री ने तब सुभाष चोपड़ा पर आरोप लगाए थे कि वह किसी का सम्मान नहीं कर रहे हैं. इसलिए मैं पार्टी का साथ छोड़ता हूं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा देने की वजह शास्त्री को खुद को टिकट न मिलना भी माना जाता है. समझा जाता है कि महरौली विधानसभा सीट से पूर्व विधायक शास्त्री, इस चुनाव में टिकट नहीं मिलने की आशंका से नाराज चल रहे थे. वह महरौली सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन टिकट न मिलने की वजह से वह नाराज हो गए थे. जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.