पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान दोहरी मुसीबत में फंस गए हैं. मंगलवार को उन्हें अल कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार हुए थे और आज यानि कि बुधवार को उन्हें पाकिस्तान की एक अदालत ने तोशाखाना मामले में दोषी करार दिया है.
इमरान खान को मंगलवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय से भ्रष्टाचार के एक मामले में पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा गिरफ्तार किया गया. इमरान खान को रेंजर्स ने कोर्ट परिसर से ही उठाया और लगभग घसीटते हुए गाड़ी में बैठाकर ले गए. इमरान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठा है.
तोशाखान मामला इमरान के पीएम पद पर रहने के समय का एक भ्रष्टाचार का मामला है. पाकिस्तान के चुनाव आयोग के फैसले के बाद इमरान खान के खिलाफ तोशखाना मामला दायर किया गया था. इमरान पर आरोप है कि उन्होंने विदेशी से मिले कीमती गिफ्टों को कम दामों में तोशाखान से खरीदा और फिर उसे महंगे दामों में बेच दिया.
इसके लिए बकायदा कानून भी बदला गया था. साथ ही दावा किया गया कि इमरान खान ने गिफ्टों का ब्यौरा तोशाखान को नहीं दिया था. इमरान ने उन गिफ्टों को बेचकर पैसे कमाए हैं. फिर जांच हुई, आरोप साबित हुए तो इमरान की सदस्यता चली गई. मामला कोर्ट पहुंचा और अब इमरान को दोषी करार दिया गया है.
मंगलवार को जैसे ही पाकिस्तानी रेंजर्स ने इमरान खान को गिरफ्तार किया, उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए. इमरान की पार्टी पीटीआई के समर्थकों के निशाने पर सीधे सेना रही और पूरे देश भर में हिंसक प्रदर्शन होने लगे आर्मी हेडक्वाटर पर इमरान के समर्थकों ने हमला बोल दिया, रेडियो स्टेशन को आग के हवाले कर दिया.
इस हिंसा के दौरान लोगों के मारे जाने और लूटपाट की भी खबरे हैं. इमरान के खिलाफ पूरे पाकिस्तान में कई मामले दर्ज हैं. जिनमें से कुछ में उन्हें बेल मिली है और कुछ में सुनवाई जारी है.