पूर्व आईएएस अफसरों ने योगी सरकार के लव जिहाद कानून का समर्थन किया है. इन 224 रिटायर नौकरशाहों ने लिखी चिट्ठी में लिखा कि, लव जेहाद कानून सभी धर्म के लोगों पर लागू होता है. यह कानून गैरकानूनी तरीके से धर्मांतरण, पहचान छिपाकर जबरन धर्मांतरण की गतिविधियों को रेगुलेट करने की ताकत देता है.
यह कानून महिलाओं की अस्मिता को बचाने, नाबालिगों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है. लव जिहाद कानून के समर्थन में चिट्ठी लिखने वालों में पूर्व अधिकारियों में 14 जज, 108 पूर्व नौकरशाह, 92 सैन्य अधिकारी और 10 बुद्धिजीवी लोग शामिल हैं.
जजों में सिक्किम हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस प्रमोद कोहली, दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन आदि का नाम शामिल है . बता देंं कि योगी सरकार के गैर कानूनी धर्म परिवर्तन अध्यादेश को यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 नवंबर को मंजूरी दी थी, इस अध्यादेश में लव जिहाद या किसी खास धर्म का उल्लेख नहीं है, लेकिन यूपी में इसे लव जिहाद के खिलाफ कानून कहा जा रहा है. जिसको लेकर पूरे देश भर में कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टी भाजपा सरकार पर हमलावर हैं .
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार