शिमला| कांग्रेस के कद्दावर नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का एक लंबी बीमारी के बाद देहांत हो गया है. हाल ही में वीरभद्र सिंह ने दो बार कोरोना को भी मात दी थी .
सोमवार को ही उन्हें हार्ट अटैक आ गया था जिसके बाद उन्हें इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (IGMC), शिमला में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई. अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ जनक राज ने उनकी मौत की पुष्टि की.
खबर के मुताबिक वीरभद्र सिंह को अस्पताल के आईसीयू में वेंटिलेटर के सपोर्ट पर रखा गया था और उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी. 87 साल के वीरभद्र सिंह 6 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और पांच बार लोकसभा सांसद भी चुने गए हैं तथा केंद्र सरकार में विभिन्न मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी संभाली. यही नहीं वह 9 बार राज्य विधानसभा में विधायक भी चुने गए.
इससे पहले उन्होंने अप्रैल में ही कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ी थी और ठीक होकर घर लौट आए थे. इसके बाद 11 जून को उन्हें फिर से सांस लेने में तकलीफ होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनमें दोबारा कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी. वर्तमान में सोलन जिले के अरकी से विधायक वीरभद्र सिंह के निधन पर तमाम नेताओं ने शोक जताया है.