पटना। एनडीए सरकार में उपमुख्यमंत्री के तौर पर सुशील मोदी के शामिल नहीं होने पर हर किसी ने इस बात का कयास लगाया था कि उनको कोई बड़ी जिम्मेदारी जाएगी.
सुशील मोदी के साथ-साथ पूर्व जल संसाधन मंत्री संजय झा को अलग-अलग समितियों का अध्यक्ष बनाया गया है.
पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी को आचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है
वहीं पूर्व मंत्री संजय झा को याचिका समिति की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
बता दें कि विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है.
आपको बता दें कि आचार समिति का यह काम होता है कि विधान सभा सत्र के दौरान विधानमंडल के किसी सदस्य या अधिकारियों के खिलाफ भी काम में किसी तरह की लापरवाही या व्यवहार की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करनी होती है.
सुशील कुमार मोदी ने पदभार ग्रहण करने के बाद सभापति अवधेश नारायण सिंह से मुलाकात की. बता दें कि जिस वक्त जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री थे तो उस वक्त नीतीश कुमार को आचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया था.
इससे पूर्व विधान परिषद के पूर्व वरिष्ठ सदस्य रामबचन राय, पूर्व शिक्षा मंत्री पीके शाही भी आचार समिति के अध्यक्ष रह चुके हैं.
अवधेश नारायण सिंह के इस पहल से दोनों वरिष्ठ नेताओं को विधान भवन में अस्थाई रूप से बैठने का ठिकाना मिल गया है.