इंडियन नेशनल लोक दल के अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला दिल्ली के तिहाड़ जेल से रिहा हो गए हैं, ओमप्रकाश चौटाला शिक्षक भर्ती घोटाले में अपनी सज़ा पूरी करने के बाद रिहा हुए हैं.
कोरोना महामारी की वजह से चौटाला पहले ही जेल से बाहर हैं, लेकिन उनकी औपचारिक रिहाई आज 2 जुलाई को हुई है. शुक्रवार सुबह चौटाला तिहाड़ जेल पहुंचे, जहां से रिहाई की औपचारिकता पूरी होने के बाद वो गुरुग्राम में अपने घर के लिए रवाना हो रहे हैं.
शिक्षक भर्ती घोटाले में चौटाला को 2013 में दस साल की सज़ा मिली थी. सज़ा में छूट के प्रावधान की वजह से उनकी सज़ा पूरी हो गई है, चौटाला के स्वागत में हजारों की तादाद में इंडियन नेशनल लोक दल के कार्यकर्ता दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर मौजूद हैं. पांच बार विधायक रह चुके चौटाला 1989 में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे
अधिकारियों के मुताबिक 86 वर्षीय चौटाला पहले ही साढ़े नौ साल की सजा पूरी कर चुके हैं और ऐसे में वह रिहा होने की अर्हता रखते हैं. इससे पहले अधिकारी ने बताया कि शिक्षक भर्ती घोटाले में वर्ष 2013 से कैद की सजा काट रहे चौटाला 26 मार्च 2020 से ही कोविड-19 आपात पैरोल पर जेल से बाहर हैं.
उन्हें 21 फरवरी 2021 को आत्मसमर्पण करना था लेकिन उच्च न्यायालय ने पैरोल की अवधि बढ़ा दी. वर्ष 2000 में गैर कानूनी तरीके से 3,206 जूनियर बेसिक शिक्षकों की भर्ती के मामले में अदालत ने चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला और आईएएस अधिकारी संजीव कुमार सहित 53 अन्य को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी