लंबे समय से भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से नाराज़ चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा 2014 के बाद से ही मोदी सरकार के आलोचकों में से एक रहे हैं.
ऐसे में इस बात की संभावना है कि वह टीएमसी से जुड़ने के बाद पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार करेंगे. कई बार वह आर्थिक मामलों को लेकर मोदी सरकार की आलोचना कर चुके हैं. 2014 से 2019 के दौरान उनके बेटे जयंत सिन्हा वित्त राज्यमंत्री थे, लेकिन उस दौरान भी उन्होंने कई बार पार्टी नेतृत्व की आलोचना की थी.
294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान कराया जाना है. पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होगा. इसके बाद 1 अप्रैल को दूसरे राउंड की वोटिंग होनी है. 6 अप्रैल को तीसरे राउंड की वोटिंग होगी.
चौथे चरण की वोटिंग 10 अप्रैल को होनी है. 17 अप्रैल को 5वें चरण की वोटिंग होगी. इसके बाद 22 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में छठे राउंड की वोटिंग होगी. सातवें राउंड का मतदान 26 अप्रैल को कराया जाएगा और फिर दो मई को वोटों की गिनती होगी.