अफगानिस्तान पर तालिबान का राज कायम होने के बाद देश छोड़ चुकीं पॉप स्टार एरियाना सईद ने वहां के हालात पर विस्तार से बात की है. समाचार एजेंसी एएनआई के साथ खास बातचीत में उन्होंने तालिबान संकट के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है.
पॉप स्टार का कहना है कि तालिबान की ताकत के पीछे पाकिस्तान है. उन्होंने देश को इस हालत में छोड़कर जाने के लिए राष्ट्रपति अशरफ घनी की भी आलोचना की है. एरियाना ने भारत को अफगानिस्तान का सच्चा दोस्त बताया है.
देश पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां के हालात बताते हुए आरियाना ने कहा कि अफगानिस्तान में जो महिलाएं हैं, वह उनके लिए चिंतित और परेशान हैं. वहां अब महिलाओं को उनके बुनियादी अधिकार नहीं मिलेंगे.
उन्हें पुरुषों के साथ बाहर जाना होगा. वे स्कूल नहीं जा पाएंगी. अफगानिस्तान को यदि तालिबान के हाथों में छोड़ दिया गया तो अफगान में महिलाओं का कोई भविष्य नहीं रहेगा.
‘आज हम फिर उसी जगह हैं, जहां 20 साल पहले थे’
उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि मैं अफगानिस्तान से बाहर हूं लेकिन वहां जो लाखों लोग (खासकर महिलाएं) पीछे छूट गए हैं उनके लिए मैं बहुत परेशान हूं. 20 साल पहले महिलाओं के साथ जो कुछ होता था, वही आज फिर से होने जा रहा है. हम फिर से उसी जगह पर आकर खड़े हो गए हैं.’ अफगानिस्तान के मौजूदा हालात के लिए पॉप स्टार ने अमेरिका जैसे सुपरपावर देशों पर भी निशाना साधा है.
उन्होंने कहा कि सुपरपावर देश अफगानिस्तान पहुंचे और कहा कि वे इस मुल्क को तालिबान एवं अलकायदा से मुक्त कराने आए हैं. देश में 20 सालों तक रहने और करोड़ों डॉलर खर्च करने के बाद उन्होंने अचानक से अफगानिस्तान छोड़ने का फैसला कर लिया. यह हैरान करने वाला है. पॉप स्टार का कहना है कि तालिबान की इस उभरती ताकत के पीछे पाकिस्तान का हाथ है.
उन्होंने कहा, ‘तालिबान को पाकिस्तान निर्देश दे रहा है. तालिबान के ठिकाने पाकिस्तान में हैं. इन जगहों पर उन्हें प्रशिक्षित किया जाता है. मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध करती हूं कि वे पाकिस्तान को दी जाने वाली अपनी आर्थिक मदद को रोक दें. ताकि उनके पास तालिबान को फंड देने के लिए पैसा न हो. मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान पर दबाव बना सकता है. पाकिस्तान को अफगानिस्तान के मामलों में दखल नहीं देना चाहिए.’
संकट की इस घड़ी में भारत की सराहना करते हुए एरियाना ने कहा कि इस देश ने हमारी हमेशा मदद की है. भारत हमारा वास्तविक दोस्त रहा है. अफगानिस्तान से आए लोगों की नई दिल्ली मदद कर रही है. उन्होंने कहा, ‘पूरे अफगानिस्तान की तरफ से मैं भारत को धन्यवाद देना चाहती हूं. वर्षों से हमने यही अनुभव किया है कि हमारा सबसे अच्छा दोस्त भारत ही है.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे काफी निराशा है कि संकट की घड़ी में राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए. उन्होंने देश को पाकिस्तान के हाथों में छोड़ दिया. उन्होंने हमारे देश, लोगों, हमारी सेना सभी को निराश किया. आप बताएं बिना नेतृत्व के हम कैसे लड़ेंगे? मैं अफगानिस्तान में नहीं हूं लेकिन मैं बेजुबानों की आवाज बनूंगी.’