चंडीगढ़| शनिवार सुबह पंजाब के अमृतसर में ऑक्सीजन की कमी के कारण नीलकंठ अस्पताल में 5 मरीजों की मौत हो गई. मौत की सूचना आते ही मरीजों के परिजनों अस्पताल में जमकर हंगामा किया. बताया जा रहा है कि मरीजों को जब इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था तो अस्पताल प्रशासन ने उनके परिजनों से लिखवाकर अंडरटेकिंग ली.
इसमें कहा गया था कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण यदि मरीज को कुछ होता है तो इसके लिए अस्पताल प्रशासन जिम्मेदार नहीं होगा. उधर स्वास्थ्य अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों को आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जाएगी.
देश के कई हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की मौत की खबरें आ रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल तरीके से मीटिंग भी की थी.
उधर इस मामले को लेकर अस्पताल और प्रशासन आमने सामने आ गए हैं. अस्पताल के एमडी सुनील देवगन ने प्रशासन पर ऑक्सीजन के आवंटन को लेकर पक्षपात करने के आरोप लगाया हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन सरकारी अस्पतालों को ही ऑक्सीजन मुहैया करवा रहा है.
जिसके चलते उनके अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हुई है. सुनील देवगन ने कहा हम दोहरे संकट से गुजर रहे हैं यदि हम मरीजों का इलाज नहीं करते हैं तो उनके परिजन जबरन इलाज के लिए दबाव बना रहे हैं. यही वजह है कि मरीजों से अंडरटेकिंग ली जा रही है.