उत्तराखंड सरकार ने नयी शिक्षा नीति में वेद के पाठ्यक्रम को भी शामिल किया है. सरकारी स्कूलों में भी वेद की शिक्षा दी जाएगी. यह बात राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ने उत्तरकाशी ज़िला मुख्यालय के नजदीक कुटेटी वेद मंदिर में स्वामी वेदानंद वेद विद्यालय के शुभारंभ अवसर पर कही.
इससे पहले रावत ने दून विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में इसी महीने कहा था कि सरकार सबके सुझाव लेने के बाद तय करेगी कि वेद, उपनिषद, गीता, रामायण जैसे ग्रंथ कैसे स्कूलों में पढ़ाए जाएं.
धनसिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से उत्तराखंड के पहले वेद विद्यालय का उद्घाटन गुरुवार को किया. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री व बागपत सांसद डा. सत्यपाल सिंह भी मौजूद रहे.
इस मौके पर रावत ने कहा, उत्तरकाशी से वेद शिक्षा के उत्थान की शुरुआत हो चुकी है. निश्चित रूप से आज नहीं तो आने वाले कल में दुनिया इस पुरातन भारतीय विद्या का महत्व समझेगी, जिसमें पूरा ज्ञान और विज्ञान समाया हुआ है. इसके लिए उन्होंने वेद शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही सत्य फाउंडेशन को भरपूर सहयोग देने की बात कही.
सत्य फाउंडेशन की ओर से विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद बागपत सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि गांव-गांव तक वेद शिक्षा का प्रचार प्रसार किया जाएगा.
महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान के सचिव प्रो. वि. जड्डीपाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वेद शिक्षा को पुनर्जीवित कर भारत को फिर विश्वगुरु बनाने पर ज़ोर दिया.
साभार-न्यूज 18