क्राइम

पश्चिम बंगाल: टीएमसी की नेता की हत्या के बाद भड़की हिंसा, बीरभूम में जलाए गए घर-आठ की मौत

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फोटो साभार -ANI

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में सोमवार को भीड़ द्वारा घरों में आग लगा दी गई, जिसके बाद कम से कम 8 लोग जिंदा जल गए. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह घटना बीरभूम में पंचायत नेता के रूप में कार्यरत तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की कथित हत्या के बाद हुई. रामपुरहाट शहर के बाहरी इलाके में स्थित बोगतुई गांव में गुस्साई भीड़ ने कल देर रात 7 से 8 घरों में आग लगा दी.

दमकल विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि की कि अब तक कुल 10 शव बरामद किए गए हैं, जिनमें से एक ही घर से सात जले हुए शव बरामद किए गए. पुलिस ने कहा कि बरशाल गांव के टीएमसी पंचायत उप प्रमुख भादु शेख का शव सोमवार को इलाके में मिला था. मामले में आगे की जांच की जा रही है.

घटना के बारे में बात करते हुए पश्चिम बंगाल के डीजीपी मनोज मालवीय ने कहा कि बीती रात टीएमसी नेता भादु शेख की हत्या की खबर के एक घंटे बाद आसपास के 7-8 घरों में आग लगा दी गई. इस सिलसिले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया. संबंधित एसडीपीओ और रामपुरहाट प्रभारी को उनके पद से हटा दिया गया है. आज सुबह एक घर से 7 शव बरामद किए गए. शुरुआत में 10 मौतें हुई थीं लेकिन संख्या सही नहीं थी, कुल 8 लोगों की मौत हुई है. विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.

टीएमसी महासचिव कुणाल घोष ने ट्वीट किया कि इस घटना का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने ट्वीट किया कि आग की घटना में स्थानीय लोगों की मौत दुखद है. लेकिन इस घटना का कोई राजनीतिक संबंध नहीं है. यह स्थानीय गांव का विवाद है. जिस पंचायत के उप प्रमुख की हत्या की गई थी, वह एक जाना-माना व्यक्ति था और उसकी मौत से ग्रामीणों में आक्रोश है, जिसके कारण हिंसक विरोध हुआ. आग की घटना रात में हुई लेकिन पुलिस और दमकल विभाग ने तुरंत कार्रवाई की.

बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने कहा कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में पहले एक टीएमसी नेता की हत्या हुई. लेकिन उस हत्या के बाद जो हुआ, वो शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. वो बेहद दुःखद, चिंताजनक हैं. पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

बंगाल में सबसे ज्यादा अपराध वो लोग करते हैं, जिन्हें वहां की सत्तारूढ़ ममता बनर्जी का राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है. ये लोग आए और 10-12 घरों के बाहर दरवाजे पर ताला लगा दिया और ये इसलिए किया गया ताकि उन घरों में जब आग लगाई जाए, तो उन घरों में रहने वाले निर्दोष लोग भाग न पाएं. उन घरों में आग लगाई गई और नृशंस हत्या की गई. खबर के अनुसार इस घटना में 10 लोगों की मौत हुई है, जिसमें छोटे छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं.

एक ही घर से 7 शव निकाले गए हैं. पश्चिम बंगाल में जो हत्याएं हो रहीं है, घर जलाए जा रहे हैं, निर्दोष लोगों की हत्या हो रही है. ममता बनर्जी से भाजपा पूछती है कि कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी बंगाल में किसकी है? क्या पश्चिम बंगाल में इंसान की जान की कोई कीमत नहीं है? क्या लोगों पर बम फेंकना वहां आम बात है?

सुकांत मजूमदार ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हमें आश्वासन दिया है कि वह 72 घंटों में बीरभूम की घटना की रिपोर्ट मांगेंगे, जिसके बाद एक टीम कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने के लिए वहां जाएगी. ममता बनर्जी को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए, वह सीएम हैं. उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.



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