लखनऊ| मुरादाबाद में प्रेस कांफ्रेंस के बाद पत्रकार से मारपीट केस में पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर एफआईआर दर्ज की गई है. उनके खिलाफ आईपीसी की इन धाराओं 147,342,323 में केस दर्ज किया गया है.
बता दें कि मुरादाबाद के एक होटल में पत्रकारों की पिटाई के मामले में अखिलेश के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है.उनके अलावा 20 अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं पर भी केस दर्ज किया गया है.
प्रकाश जावडेकर ने कहा कि समाजवादी पार्टी के चाल चरित्र और चेहरे के बारे में अब सबको पता चल चुका है. बार बार मीडिया की आजादी की दुहाई देने वाली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने पत्रकार के साथ मारपीट की गई. सबसे बड़ी बात यह है कि समाजवादी के नेताओं को लगता है इसमें भी साजिश है.
सपा की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा था कि ये वही नीली कमीज वाले अभिनेता बनाम पत्रकार हैं जिन्होंने अखिलेश यादव की पत्रकार वार्ता में गिरने,बेहोश होने और पिटने का शानदार अभिनय किया, सलाहकारी मण्डली के साथ मुस्कुरा रहे हैं सावधान समाजवादियों ऐसी कई साजिशें आएंगी , यह चुनाव नहीं लोकतन्त्र की पुनर्स्थापना का यज्ञ है.
जूही सिंह के इस ट्वीट का जवाब देते हुए डॉ चंद्र मोहन ने कहा था कि पहले अखिलेश जी ने खुलेआम पत्रकारों को पिटवाया,अब एक सालों पुरानी तस्वीर के बहाने उनकी पार्टी के नेता पत्रकारों को ही साजिशकर्ता बताकर अपमानित कर रहे,सपा का चरित्र यही है,कभी हल्ला बोलते,कभी बिका हुआ बताते,कभी कांफ्रेस के बहाने बुलवा कर पिटवाते,पत्रकार भाइयों सतर्क रहना इनसे अब.