केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 41 किसान संगठनों का संयुक्त किसान मोर्चा ने आज (26 जनवरी 2021) ट्रैक्टर रैली निकाली है. संगठनों ने दावा किया है कि उनकी परेड में करीब दो लाख ट्रैक्टरों के हिस्सा लेने की उम्मीद है और यह सिंघू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर तथा गाजीपुर (यूपी गेट) से होकर गुजरेगी.
संगठनों के अनुसार वाहनों की संख्या तय नहीं की गई है. गणतंत्र दिवस समारोह और किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राजपथ और राष्ट्रीय राजधानी की कई सीमाओं पर हजारों सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. निगरानी रखने के लिए करीब 6000 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं.
संदिग्ध लोगों की पहचान करने के लिए दिल्ली पुलिस ने चेहरे से पहचान करने वाली प्रणाली भी प्रमुख स्थानों पर लगाई गई है. पुलिस ने बताया कि कोविड-19 के दिशा-निर्देशों को पालन करते हुए परेड में केवल 25000 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई है.
दिल्ली से लगे सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के कुछ ग्रुप पुलिस की बैरिकेटिंग को तोड़कर दिल्ली में दाखिल हो गए. इसके बाद ये किसान काफी समय तक मुकरबा चौके पर बैठे, लेकिन फिर उन्होंने वहां लगाए गए बैरिकेड और सीमेंट के अवरोधक तोड़ने की कोशिश की. इसके बाद किसानों के समूह पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा कर्मियों ने किसानों को समझाने की कोशिश भी की और कहा कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के खत्म होने के बाद उन्हें दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने की अनुमति दी गई है.
इसके बावजूद कई ट्रैक्टर नजर आए, जिन पर तिंरगे लगे थे. इनके साथ पुरुष तथा महिलाएं ढोल पर नाचते नजर आए. सड़क के दोनों ओर खड़े स्थानीय लोग फूलों की बारिश भी कर रहे थे. कुछ किसान हाथ में विभिन्न किसान संगठनों के झंडे लिए और नारे लगाते पैदल चलते भी नजर आए. कुछ मोटर साइकिल और घोड़ों पर सवार थे. लोग अपने ट्रैक्टरों के ऊपर खड़े होकर नारे लगाते और क्रांतिकारी गीत गाते भी दिखे. स्थानीय लोगों ने मार्च में शामिल किसानों को खाद्य पदार्थ और पानी की बोतलें बांटी.