यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया है. अजय मिश्रा का नाम भी साजिशकर्ता के रूप में है. आईपीसी की धारा 302 समेत कई अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
रविवार को हुई घटना में 4 किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने 302, 304 A, 147, 148, 149, 120 B, 279 के तहत तिकोनिया थाने में मामला दर्ज किया है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर खीरी के एक गांव में जाने का विरोध कर रहे किसानों पर आशीष मिश्रा की गाड़ी से टक्कर मारी गई. हालांकि, अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने काफिले पर हमला किया और एक ड्राइवर और दो भाजपा कार्यकर्ताओं सहित तीन अन्य की हत्या कर दी.
अपना पक्ष रखते हुए आशीष मिश्रा ने कहा कि मैं कार्यक्रम के अंत तक सुबह 9 बजे से बनबीरपुर में था. मेरे खिलाफ आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और मैं इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करता हूं और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.
हमारे 3 वाहन एक कार्यक्रम के लिए उप मुख्यमंत्री की अगवानी करने गए थे. रास्ते में कुछ बदमाशों ने पथराव किया, कारों में आग लगा दी और हमारे 3-4 कार्यकर्ताओं को लाठियों से पीट-पीट कर मार डाला.
वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने भी सफाई दी है. अजय मिश्रा ने बताया कि इस घटना से उनके बेटे आशीष मिश्रा का कुछ लेना देना नहीं है. उन्होंने दावा किया कि जिस समय ये पूरा विवाद हुआ, उस समय उनका बेटा मौके पर था ही नहीं. अगर वो वहां होता तो उपद्रवी उसे भी नहीं छोड़ते, उसे मार डालते.
साथ ही दावा किया कि हंगामा और मारपीट कर रहे लोगों ने बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं और उनके एक ड्राइवर को भी मार डाला. दरअसल अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर आरोप है कि उनकी गाड़ी ने ही किसानों को कुचला था, जिससे उनकी मौत हो गई. ये भी आरोप लग रहे हैं कि उस वक्त आशीष गाड़ी में ही मौजूद थे.