अंडमान सागर में शनिवार से भारत, सिंगापुर और थाईलैंड की नौसेनाओं के बीच साझा समुद्री अभ्यास शुरू हुआ है. SITMEX-2020 के नाम से चल रहा ये अभ्यास दो दिनों का है.
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए तीन देशों की सेनाएं अभ्यास के दौरान समुद्र में एक दूसरे के सम्पर्क में नहीं आएंगी.
इस साझा अभ्यास का मकसद है तीनों देशों की नौसेनाओं के बीच रिश्तों को और अधिक मजबूत करना.
इस दौरान तीनों देशों की नौसेना अलग-अलग मोर्चे पर अभ्यास करेंगी. इससे तीनों देशों में मौजूद सुविधाओं को समझने का इन्हें मौका भी मिलेगा.
तीनों देशों की ताकत
भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व दो स्वदेशी युद्धपोतों – एएसडब्ल्यू कार्वेट, आईएनएस कामोर्ता और एक गाइडेड मिसाइल कोरवेट, आईएनएस करमुक द्वारा किया जा रहा है.
जबकि रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी (RSN) का प्रतिनिधित्व RSN के निर्भीक अधिकारी, खास जहाज और एक लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक कर है. उधर थाइलैंड नेवी का प्रतिनिधित्व एचटीएमएस क्राबुरी द्वारा किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने जून 2018 में शांगरी-ला संवाद में अपने भाषण के दौरान भारत, सिंगापुर और थाईलैंड के बीच एक त्रिपक्षीय नौसेना अभ्यास के आयोजन की घोषणा की थी. अभ्यास का पहला संस्करण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से सितंबर 2019 में हुआ था.