उत्‍तराखंड

सियासी दांव: देवभूमि में चुनाव से पहले हर बार नए एलान से भाजपा-कांग्रेस की धड़कनें बढ़ा रहे केजरीवाल

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दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल उत्तराखंड के अपने दूसरे दौरे पर पूरे ‘फॉर्म’ में थे. केजरीवाल अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे राज्य विधानसभा चुनाव से पहले अपने इरादे जाहिर कर दिए. अपने एजेंडे में अभी तक युवा, फौजी, आध्यात्मिक और फ्री बिजली की पटकथा लिख गए.

मंगलवार को राजधानी देहरादून पहुंचे मुख्यमंत्री केजरीवाल दून की ‘लाइफलाइन’ कही जाने वाली राजपुर रोड पर रोड शो कर अपनी ताकत भी दिखाई. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री के ‘चेहरे’ पर मुहर भी लगाई और देवभूमि में ‘आध्यात्म’ का भी सियासी दांव खेला. इसके साथ केजरीवाल ने आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के लिए चुनौती भी दे दी. ‘केजरीवाल के इस नए सियासी दांव से उत्तराखंड की सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है’.

सीएम केजरीवाल का मंगलवार को देहरादून पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया. दोपहर बाद उन्होंने एक रोड शो भी किया, जिसमें कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि सैनिक पृष्ठभूमि के कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे और उनके नेतृत्व में प्रदेश को हिंदुओं की ‘आध्यात्मिक राजधानी’ बनाया जाएगा.

बता दें कि जुलाई में अपने पिछले उत्तराखंड दौरे में केजरीवाल ने कहा था कि अगली बार जब वह यहां आएंगे तो मुख्यमंत्री के चेहरे के बारे में घोषणा करेंगे. इस एलान से केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की ‘धड़कनें’ बढ़ा दी है. सही मायने में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस दोनों की मौजूदगी के बीच आम आदमी पार्टी ने जनता के सामने तीसरा विकल्प पेश कर दिया है.

कोठियाल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर केजरीवाल ने फौजियों को अपने पक्ष में लाने का प्रयास किया है. कर्नल कोठियाल को एक ‘सच्चा सिपाही’ बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनके शरीर में दो गोलियां हैं जिन्हें वह आज भी साथ लेकर घूमते हैं. केदारनाथ त्रासदी के बाद पुनर्निर्माण कार्यों में कर्नल कोठियाल के योगदान की सराहना करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अब इन्होंने उत्तराखंड के नवनिर्माण का बीड़ा उठाया है.

गौरतलब है कि कीर्ति चक्र से अलंकृत कर्नल कोठियाल ने भारतीय सेना में गढ़वाल राइफल्स में 1992 में सेकेंड लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन लिया था. ‘राज्य में कोठियाल युवाओं में बहुत लोकप्रिय माने जाते हैं’.

उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्राचार्य रह चुके कोठियाल को केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सराहा जाता है. कोठियाल अविवाहित हैं और यूथ फाउंडेशन नामक संस्था का संचालन करते हैं.

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

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