मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में एम्मार इंडिया के सीईओ श्री कल्याण चक्रवर्ती ने भेंट की. उन्होंने सीएम को कहा कि उनके द्वारा जोशीमठ भू-धंसाव के कारण प्रभावित हुए लोगों की मदद के लिये 100 से 150 प्री फेब्रिकेटेड हटस बनाये जायेंगे. सीएम ने जोशीमठ के प्रभावितों की मदद के लिये सभी से सहयोगी बनने की अपील की है. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में प्रभावितों की मदद करना मानवता की बड़ी सेवा है.
सीएम ने कहा कि जोशीमठ क्षेत्र के प्रभावितों को हर संभव मदद करना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है. प्रभावितों को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, उनकी समस्याओं का प्राथमिकता के साथ त्वरित निराकरण हो, इसके निर्देश सभी सम्बन्धित अधिकारियों को दिये गये हैं.
जोशीमठ क्षेत्र के भूगर्भीय जांच आदि में केंद्र एवं राज्य सरकार के सभी संस्थान जुटे हैं. शीघ्र ही इस संबंध में ठोस कार्य योजना पर कार्य किया जायेगा. प्रभावितों के पुनर्वास आदि के स्थायी समाधान के भी प्रयास किये जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र का नियोजित विकास भी हमारी प्राथमिकता है. सांस्कृतिक, धार्मिक एवं सामरिक महत्व वाला जोशीमठ क्षेत्र सुरक्षित हो, यह अपने पुराने स्वरूप में लौटे तथा आगामी यात्रा भी सुनियोजित ढंग से संपन्न हो, इस दिशा में भी हमें कार्य करना है.
मीडिया से अनौपचारिक वार्ता के दौरान सीएम ने कहा कि यह समय जोशीमठ पर राजनीति करने का नहीं बल्कि पीड़ितों की मदद का है. राज्य सरकार हर सम्भव मदद का प्रयास कर रही है. पीएम भी लगातार वहां चलाये जा रहे राहत कार्यों की जानकारी ले रहे हैं.
उन्होंने पीड़ितों की पूरी मदद का भरोसा दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ के बारे में कई भ्रम फैलाये जा रहे हैं, जो उचित नहीं है. वहां 70 प्रतिशत दुकानें खुली हैं तथा आवश्यक काम काज सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के लोग प्रभावितों की मदद में तैनात हैं.
पुनर्वास कार्यों पर कार्य हो रहा है. चार माह बाद चार धाम यात्रा प्रारम्भ होनी है. ऐसे समय में यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि पूरा जोशीमठ क्षेत्र ही असुरक्षित है. उन्होंने कहा कि जोशीमठ के बारे में लोगों में संशय की स्थिति पैदा न हो हमें इस पर भी ध्यान देना चाहिए.