सोमवार को कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद मतदाता पहचान पत्र के इलेक्ट्रॉनिक संस्करण की शुरूआत करेंगे जिसे मोबाइल फोन या कंप्यूटर पर डाउनलोड किया जा सकता है.
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि ई-इलेक्टर फोटो पहचान पत्र निर्वाचक फोटो पहचान पत्र का डिजिटल संस्करण है और इसे डिजिटल लॉकर जैसे माध्यमों से सुरक्षित रखा जा सकता है और इसे पोर्टेबल डाक्यूमेंट फार्मेट (पीडीएफ) प्रारूप में मुद्रित किया जा सकता है.
आयोग ने बताया, ‘केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ई-ईपीआईसी यानी ई-एपिक कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे और पांच नए मतदाताओं को ई-एपिक एवं मतदाता फोटो पहचान पत्र प्रदान करेंगे.
ई-एपिक मतदाता फोटो पहचान पत्र का डिजिटल संस्करण है जिसे वोटर हेल्पलाइन ऐप एवं वेबसाइट https://voterportal.eci.gov.in/ और https://www.nvsp.in/ के जरिए एक्सेस किया जा सकता है.
बयान में कहा गया है कि भौतिक कार्ड को प्रिंट करने और मतदाताओं तक पहुंचने में समय लगता है और दस्तावेज को तेजी से और आसानी से पहुंचाने का विचार है.
आधार कार्ड, स्थायी खाता संख्या (पैन) कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस डिजिटल मोड में उपलब्ध हैं. वर्ष 1993 में लाए गए मतदाता फोटो पहचान पत्र, व्यक्ति की पहचान और पते के प्रमाण के रूप में स्वीकार्य हैं.
e-EPIC से जुड़ी खास बातें
इससे नए मतदाताओं को अपने वोटर आईडी कार्ड की हार्ड कॉपी भी मिल जाएगी. नए मतदाता अपना मोबाइल नंबर प्रमाणित करके ई-ईपीआईसी डाउनलोड कर सकेंगे.सभी सामान्य निर्वाचक जिनके पास वैध ईपीआईसी नंबर है वे ई-ईपीआईसी के लिए पात्र हैं.
25 और 31 जनवरी के बीच सभी नए मतदाता जिन्होंने नवंबर-दिसंबर 2020 के दौरान पंजीकरण किया और जिन्होंने आवेदन करते समय मोबाइल नंबर प्रदान किया, वे ई-वोटर कार्ड डाउनलोड कर पाएंगे.
अन्य सामान्य मतदाता 1 फरवरी से अपने ई-वोटर कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। जिन लोगों ने अपने मोबाइल नंबर (लिंक किए हुए हैं) दिए हैं, वे अपने ई-ईपीआईसी डाउनलोड कर सकते हैं.
जिन मतदाताओं का मोबाइल नंबर चुनाव आयोग के साथ लिंक नहीं हैं, उन्हें ईसी के साथ अपने विवरण को फिर से वैरिफाई करना होगा और अपना मोबाइल नंबर लिंक करवाना होगा ताकि वे अपना ई-ईपीआईसी डाउनलोड कर सकें.