शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एक बार फिर महबूबा मुफ्ती और फारूख अब्दुल्ला के बयानों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
संजय राउत ने कहा कि फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को गिरफ्तार करके दस साल के लिए अंडमान भेज देना चाहिए.
शिवसेना प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि वे आजाद कैसे घूम रहे हैं ? इससे पहले भी राउत ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के तिरंगे को न उठाने और अनुच्छेद 370 को वापस लाने के बयान की कड़ी आलोचना की थी.
मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, ‘चाहे फारूक अब्दुल्ला हों या महबूबा मुफ्ती, अगर कोई भारत के संविधान को चुनौती देने के लिए चीन की मदद लेने की बात करता है, तो उन्हें गिरफ्तार करके 10 साल के लिए अंडमान में भेज देना चाहिए.
वे कैसे आजाद घूम रहे हैं ?’ इससे पहले 14 महीने की नजरबंदी से रिहा होने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि उनकी पार्टी भारतीय तिरंगा नहीं फहराएगी, जब तक कि उन्हें जम्मू-कश्मीर का झंडा फहराने की इजाजत नहीं दी जाती.
वहीं बिहार चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने तेजस्वी यादव की तारीफ करते हुए कहा, ‘मैं उस लड़के(तेजस्वी यादव) को बहुत साल से फॉलो कर रहा हूं, बहुत लोग मानते थे कि इस चुनाव में वो कमजोर कड़ी है लेकिन वो एक बहुत मजबूत कड़ी उभर कर सामने आया है.
और राज्यों में बड़े नेताओं के जो लड़के राजनीति में आए हैं उनसे सबसे सुपर तेजस्वी है.बिना किसी सहारे के एक युवक, जिसके परिवार के सदस्य जेल में हैं और सीबीआई और आईटी विभाग उसके पीछे है, बिहार के एक राज्य में सभी को चुनौती दे रहा है.अगर तेजस्वी यादव कल बिहार के सीएम बन गए तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा.’